Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 10:13 AM
17 दिसम्बर को हुए नगर कौंसिल गोराया के चुनावों में 13 में से 10 कांग्रेस, एक-एक अकाली-भाजपा और एक निर्दलीय ने जीत दर्ज की है। 17 दिसम्बर से 3 जनवरी को आखिरकार प्रधानगी का नोटीफिकेशन जारी हो गया है, जिसमें गोराया की प्रधानगी जनरल कैटागरी के लिए रखी...
गोराया(मुनीश): 17 दिसम्बर को हुए नगर कौंसिल गोराया के चुनावों में 13 में से 10 कांग्रेस, एक-एक अकाली-भाजपा और एक निर्दलीय ने जीत दर्ज की है। 17 दिसम्बर से 3 जनवरी को आखिरकार प्रधानगी का नोटीफिकेशन जारी हो गया है, जिसमें गोराया की प्रधानगी जनरल कैटागरी के लिए रखी गई है। एस.डी.एम. फिल्लौर वरेन्द्रपाल सिंह बाजवा ने कहा कि 26 दिसम्बर को नोटीफिकेशन जारी हो गया था जिसके डिप्टी कमिश्नर जालंधर के पास आने के पश्चात उनकी ओर से सब-डिवीजन फिल्लौर के अंतर्गत पड़ती नगर कौंसिल गोराया की प्रधानगी के चुनाव के लिए कन्वीनर एस.डी.एम. फिल्लौर वरेन्द्रपाल सिंह बाजवा को नियुक्त किया गया है।
बिलगा के लिए अनुसूचित जाति के लिए प्रधानगी रखी गई है, जिसके लिए तहसीलदार फिल्लौर तपन भनोट को कन्वीनर लगाया गया है। प्रधानगी का नोटीफिकेशन आते ही अब गोराया नगर कौंसिल की प्रधानगी के लिए चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है जहां कांग्रेस के 10 पार्षद विजेता हैं, उनमें से & पार्षदों जिनमें कांग्रेस के & बार नगर पंचायत के प्रधान रह चुके कमलदीप सिंह बिट्टू के अलावा रविन्द्रपाल सिंह रिंकू व सुखराज कौर ढिल्लों का नाम प्रधानगी पद के दावेदारों में सबसे आगे चल रहा है। वहीं, पता चला है कि कुछ पार्षद अपने स्तर पर जुगतबाजी करने में लगे हुए हैं। एक कांग्रेसी पार्षद ने तो बीते दिनों कांग्रेस के एक नेता को फोन पर ऊलजलूल बातें कहते हुए प्रधानगी के एक-दो दावेदारों के अलावा चौधरी परिवार के खिलाफ अपशब्द तक बोले हैं।
वह पार्षद भी खुद को प्रधानगी के लिए दावेदार बता रहा है और प्रधानगी के लिए काफी ऊपरी स्तर पर जोड़-तोड़ कर रहा है। सूत्रों से पता चला है कि 8 जनवरी को नगर कौंसिल के प्रधान पद का चुनाव करवाया जा रहा है। इसके साथ ही पार्षदों को शपथ दिलवाई जाएगी। जहां कांग्रेस के लिए प्रधानगी पद के लिए कई दावेदार सामने आ रहे हैं। वहीं नगर कौंसिल के सीनियर उपप्रधान व उपप्रधान के लिए भी कई दावेदार बने हुए हैं। अब देखना होगा किसके सिर पर प्रधानगी, सीनियर उपप्रधान व उपप्रधानगी का ताज सजेगा। इसका अंतिम फैसला प्रदेश कांग्रेस के महासचिव विक्रमजीत सिंह चौधरी व चौधरी परिवार द्वारा ही किया जाएगा।