Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Mar, 2018 08:29 AM
थाना रामा मंडी से मात्र कुछ ही दूरी पर पड़ते भारत नगर (चौगिट्टी) में होली वाले दिन शुक्रवार को दिन-दिहाड़े खून की होली खेली गई, ईंटों की बरसात भी हुई। बबलू नामक प्रवासी मजदूर ने हथियारों से लैस गुंडों के आगे भागते हुए रेल ट्रैक पर जाकर ट्रेन के...
जालंधर (महेश): थाना रामा मंडी से मात्र कुछ ही दूरी पर पड़ते भारत नगर (चौगिट्टी) में होली वाले दिन शुक्रवार को दिन-दिहाड़े खून की होली खेली गई, ईंटों की बरसात भी हुई। बबलू नामक प्रवासी मजदूर ने हथियारों से लैस गुंडों के आगे भागते हुए रेल ट्रैक पर जाकर ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
बबूल की मौत को उसके परिजन हत्या बता रहे हैं जबकि थाना रामा मंडी की पुलिस ने इस संबंध में खुदकुशी करने के लिए मजबूर करने वाली आई.पी.सी. की धारा 306 के अलावा 452, 323,148,149 के तहत मुकद्दमा नं. 36 दर्ज किया है। इसकी पुष्टि एस.एच.ओ. रामा मंडी राजेश ठाकुर व जांच अधिकारी हरदेव सिंह ने की है। पुलिस ने इस मामले में कुलदीप कुमार पुत्र नत्थू राम निवासी यू.पी. को गिरफ्तार कर लिया है। लोगों में चर्चा है कि पुलिस ने 3 और आरोपी भी पकड़ लिए हैं लेकिन पुलिस ने सिर्फ एक को काबू किए जाने की ही पुष्टि की है। फरार आरोपियों में राम शरण व रोहित सहित 5 आरोपी शामिल हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए देर रात तक पुलिस की संदिग्ध स्थानों पर रेड जारी थी।
बाइकों पर सवार होकर आए थे गुंडे
मनमोहन सिंह राजू पार्षद के आफिस के नजदीक एक वेहड़े में बने हुए क्वार्टरों में मेरठ (यू.पी.) निवासी मेहनत-मजदूरी करने वाले कई लोग रहते हैं। बाइकों पर सवार होकर आधा दर्जन गुंडे उक्त वेहड़े में दाखिल हुए और आते ही बबलू व उसकी पत्नी भूरी देवी को घसीटना शुरू कर दिया। बबलू पर जब गुंडे अटैक कर रहे थे तो वहां उसके बचाव में 2 और लोग भी आ गए। गुंडों ने उन पर भी हमला कर दिया। इसी दौरान बबलू वहां से भाग निकला और गुंडे भी उसके पीछे भागने लगे जिसके चलते उसने ट्रेन के आगे कूद कर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया।
तनावपूर्ण बनी हुई है स्थिति
भारत नगर में हुए गुंडागर्दी के नंगे नाच के कारण अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। यहां रहते लोग काफी सहमे हुए हैं और मृतक बबलू के परिजनों में भी थाना रामा मंडी की पुलिस के प्रति काफी गुस्सा पाया जा रहा है। उनका कहना है कि पुलिस को सूचना दिए जाने के बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई। पुलिस मौके पर ही नहीं पहुंची। उनका कहना है कि अगर पुलिस गुंडा तत्वों को आकर काबू कर लेती तो बबलू की जान नहीं जा सकती थी।
3 बच्चों के सिर से उठा बाप का साया
मृतक की पत्नी भूरी देवी ने विलाप करते हुए कहा कि उनके छोटे-छोटे 3 बच्चे 2 लड़कियां और 1 लड़का है। उसका पति छोले कुुलचे बेच कर परिवार का पालन पोषण करता था। अब उसकी मौत के बाद तीनों बच्चों के सिर से बाप का साया उठ गया है।
प्रदर्शन के बाद पुलिस ने की कार्रवाई
थाना रामा मंडी की पुलिस द्वारा मुकद्दमा नं. 36 दर्ज किए जाने से पहले सिटी रेलवे पुलिस ने बबलू की मौत को एक रेल हादसा मानते हुए मात्र 174 की कार्रवाई की और इसके बाद पोस्टमार्टम उपरांत शव परिजनों को भी सौंप दिया। रेलवे पुलिस की कार्रवाई को सही न ठहराते हुए बबलू के परिवार व समर्थकों ने इंसाफ की आवाज उठाई और संबंधित पुलिस स्टेशन रामा मंडी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस को मौके पर आकर केस दर्ज करने के लिए मजबूर होना पड़ा, नहीं तो रेलवे पुलिस ने मात्र 174 की कार्रवाई में ही पूरे मामले को रफा-दफा कर देना था।