Edited By Updated: 22 Oct, 2016 09:04 AM
पंजाब सरकार की तरफ से जारी की गई पुस्तक ‘9 साल पंजाब च विकास दे’ में पंजाब की विकास गाथा का बखान किया गया है
जालंधर (पाहवा): पंजाब सरकार की तरफ से जारी की गई पुस्तक ‘9 साल पंजाब च विकास दे’ में पंजाब की विकास गाथा का बखान किया गया है लेकिन इस गाथा से भाजपा को अछूता रखे जाने को लेकर पंजाब में शिरोमणि अकाली दल तथा भाजपा के बीच एक बार फिर से खाई बनने लगी है। पार्टी के कई नेता तो इस मामले में शिरोमणि अकाली दल की भूमिका से खफा हैं जबकि कुछ नेता ऐसे भी हैं जिन्हें इस सबसे कोई फर्क नहीं पड़ता।
भाजपा के निकाय मंत्री अनिल जोशी ने मीडिया में जहां पंजाब सरकार के इस कदम पर रोष जताया है, वहीं भाजपा के ही मंत्री मदन मोहन मित्तल कहते हैं कि फोटो से कोई फर्क नहीं पड़ता, जबकि पंजाब में भाजपा का आम वर्कर राज्य सरकार की विकास गाथा में से भाजपा को गायब रखे जाने से न केवल निराश है बल्कि नाराज भी है, जबकि भाजपा के आला नेता इस मामले में मुंह खोलने तक से कतरा रहे हैं। पंजाब सरकार की इस पुस्तक में विकास को लेकर 9 वर्ष में किए गए कार्यों का बखान किया गया है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी का बराबर का सहयोग रहा है, जबकि पुस्तक में भाजपा का नामोनिशान तक नहीं है। बेशक सरकार में अकाली दल के साथ भाजपा सत्ता में है लेकिन जिस तरह से भाजपा को दरकिनार रखा गया है उससे साफ है कि अकाली दल जो भी विकास के काम हैं, उनका श्रेय खुद अकेले लेना चाहता है।
बेशक भाजपा कोटे के मंत्री मदन मोहन मित्तल कहते हैं कि मतलब तो विकास से है जो कि पंजाब में हुआ है। उनका कहना है कि अगर भाजपा का जिक्र नहीं है या फोटो किताब में नहीं है तो उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा तथा पंजाब में फिर से भाजपा व अकाली दल मिलकर सरकार बनाएंगे।
उधर भाजपा के प्रदेश महासचिव कहते हैं कि मुख्य पेज पर मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्री की फोटो के साथ भाजपा के विधायक दल के नेता की फोटो चाहिए थी। अगर इस मामले में कोई दिक्कत थी तो प्रदेश अध्यक्ष की भी फोटो लगाई जा सकती थी। अगर उसमें भी कोई अड़चन सरकार को लग रही थी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगाई जा सकती थी। उनका कहना है कि यह जो भी व्यवस्था रही है, वह गलत है लेकिन भाजपा का दिल बहुत बड़ा है तथा पार्टी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि चुनाव 2017 मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि अगर पुस्तक के शिक्षा, सेहत, शहरी विकास से संबंधित पेजों पर भाजपा मंत्रियों की फोटो लगी होती तो शायद अधिक बेहतर होता।