Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Feb, 2018 07:36 AM
जनवरी महीने का वेतन न मिलने के कारण पिछले कई दिनों से संघर्ष कर रहे निगम कर्मियों ने आज निगम ऑफिस के सामने आधा दिन हड़ताल रखी, जिस कारण निगम में कोई कामकाज नहीं हुआ। चाहे निगम प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस फोर्स मंगवा कर सुरक्षा के उचित प्रबंध किए थे...
जालंधर (खुराना): जनवरी महीने का वेतन न मिलने के कारण पिछले कई दिनों से संघर्ष कर रहे निगम कर्मियों ने आज निगम ऑफिस के सामने आधा दिन हड़ताल रखी, जिस कारण निगम में कोई कामकाज नहीं हुआ। चाहे निगम प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस फोर्स मंगवा कर सुरक्षा के उचित प्रबंध किए थे परन्तु फिर भी वाल्मीकि समाज के कई नेता निगम के सामने इकट्ठे होकर धरना प्रदर्शन करने लगे और उन्होंने निगम के दरवाजे ही खुलने नहीं दिए, जिस कारण कोई भी कर्मचारी और अधिकारी निगम में दाखिल नहीं हो सका।
दोपहर को मेयर जगदीश राजा, डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी तथा निगम कमिश्नर डा. बसंत गर्ग ने धरना स्थल पर आकर सैंकड़ों निगम कर्मियों के सामने यूनियन नेता चंदन ग्रेवाल इत्यादि को वेतन का चैक सौंपा और बताया कि 9 करोड़ रुपया वेतनों में बांटा जाना शुरू हो गया है। मेयर राजा ने वेतन में देरी पर खेद जताया और कर्मचारियों की मांगों को सही ठहराया। उन्होंने कर्मचारियों से अपील की कि चूंकि मार्च का महीना वसूली वाला महीना होता है, इसलिए काम पर जुट जाएं। श्री राजा ने इतने संकेत अवश्य दिए कि मार्च महीने का वेतन भी लेट हो सकता है और उसके लिए निगम प्रशासन को 31 मार्च तक का समय दिया जाए। विधायकों से हुए विवाद पर राजा ने कहा कि अगर कोई गलतफहमी हुई है तो उसे मिल-बैठकर सुलझा लिया जाना चाहिए।
कुछ यूनियनें हड़ताल में शामिल नहीं हुईं
विधायकों द्वारा की गई बदसलूकी और वेतन न मिलने को लेकर आज निगम कर्मियों द्वारा की गई हड़ताल में कई यूनियनें शामिल नहीं हुईं। जालंधर ड्राइवर यूनियन, वाटर सप्लाई यूनियन, पंजाब सीवरमैन इम्प्लाइज यूनियन तथा दर्जा 4 महायूनियन से संबंधित नेताओं व कर्मचारियों ने शहर में इस दौरान काम भी किया और गाडिय़ां भी चलाईं। हड़ताली कर्मचारियों ने इसके लिए इन यूनियनों की कड़ी आलोचना की, जिन यूनियन नेताओं ने हड़ताल में भाग नहीं लिया, उनमें पवन बाबा, अरुण कल्याण, शाम लाल गिल, पवन हंस, हरिबंस सिद्धू आदि शामिल थे।
कांग्रेसी वाल्मीकि नेताओं ने करवाया पैचअप
विधायकों द्वारा की गई बदसलूकी के मामले में वाल्मीकि समाज में बढ़ रहे रोष के दृष्टिगत कांग्रेस पार्टी से संबंधित वाल्मीकि समाज के नेताओं अमृत खोसला, राजकुमार राजू, राजेश भट्टी इत्यादि ने दोनों पक्षों में पैचअप करवाने में मुख्य भूमिका अदा की। इन नेताओं ने जहां विधायकों व अन्य कांग्रेसी नेताओं से बात की। वहीं निगम यूनियन के नेताओं से भी लगातार सम्पर्क बनाए रखा। श्री हैनरी को धरना स्थल पर लाकर मामला खत्म करवाने में इन नेताओं की बड़ी भूमिका रही।