Edited By Updated: 30 Aug, 2016 05:17 PM
अंजलि व संध्या के रूप में फिरोजपुर मंडल रेलवे को पहली बार दो महिला लोको पायलट मिली हैं।
फिरोजपुरः अंजलि व संध्या के रूप में फिरोजपुर मंडल रेलवे को पहली बार दो महिला लोको पायलट मिली हैं। उत्तर प्रदेश की इन बेटियों का सपना देश की सबसे तेज दौड़ने वाली रेलगाड़ी शक्तिमान को रेलवे ट्रैक पर बेखौफ दौड़ाना है। देश के सबसे बड़े रेलवे मंडल में बतौर महिला लोको पायलट नियुक्त होने पर मंडल के सभी अधिकारियों ने दोनों का स्वागत किया।
अंजलि के पिता समयवीर सिंह सेना से सेवानिवृत हैं। वह जिला गौतमबुद्धनगर (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली हैं। उनकी इच्छा है कि वह भारत की सबसे तेज गति वाली रेलगाड़ी को ट्रैक पर दौड़ाकर नया कीर्तिमान स्थापित करे। संध्या ने बताया कि उनके पिता लाल बहादुर शाह किसान हैं। वह सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली है। अब जबकि वह रेलवे में लोको पायलट के रूप में भर्ती हो गई है तो इच्छा है कि वह देश की सबसे तेज चलने वाली रेलगाड़ी को दौड़ाए।
वरिष्ठ मंडल यांत्रिक अभियंता आर.के. तायल ने बताया कि मंडल में लोको पायलट के 500 पद खाली थे। इनमें से 250 लोको पायलट के रूप में नई भर्तियां हो गई हैं। 250 में से 160 लोको पायलट की आठ महीने की ट्रेनिंग पूरी हो गई है। इसके बाद उनको कार्य पर तैनात किया जा रहा है।