Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Feb, 2018 09:44 AM
पंजाब में स्पेस की कमी के चलते धान की मिलिंग प्रभावित हो रही है, जिसने सरकार को ङ्क्षचता में डाल दिया है। पंजाब राइस मिलर्स वैल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान राकेश जैन ने बताया कि एफ.सी.आई. के सभी गोदाम इस समय चावलों से भरे पड़े हैं जिस कारण 2017-18 की...
जालन्धर (खुराना): पंजाब में स्पेस की कमी के चलते धान की मिलिंग प्रभावित हो रही है, जिसने सरकार को ङ्क्षचता में डाल दिया है। पंजाब राइस मिलर्स वैल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान राकेश जैन ने बताया कि एफ.सी.आई. के सभी गोदाम इस समय चावलों से भरे पड़े हैं जिस कारण 2017-18 की मिलिंग समय पर पूरी होना मुश्किल है। अभी तक जो आंकड़े मिले हैं, उसके अनुसार राज्य में 60 प्रतिशत धान की मिलिंग हो चुकी है।
स्पेस की कमी बारे विभाग के खाद्य सचिव श्री सिन्हा से बात की गई है ताकि पंजाब सरकार शीघ्र केन्द्रीय मंत्री से बात करके चावलों के लिए गोदाम उपलब्ध करवाए तथा चावलों की ढुलाई के लिए ज्यादा से ज्यादा सबसे ट्रेनें चलाई जाएं। श्री जैन ने बताया कि 31 मार्च तक चूंकि मिलिंग पूरी नहीं हो पाएगी और 31 मार्च के बाद चावल बनाने पर टुकड़े व डिस्कलर की समस्या बढ़ जाती है, जिससे मिलर्स को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एसोसिएशन ने खाद्य सचिव तथा डायरैक्टर फूड को कह दिया है कि अगर स्पेस की वजह से मिलिंग में देरी हुई तो राइस मिलर्स कोई ब्याज नहीं भरेंगे और सारी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी। गौरतलब है कि इस बार धान की बम्पर फसल हुई और आंकड़ा 175 लाख टन से भी पार हो गया था।