Edited By Updated: 09 Feb, 2016 01:57 PM
गृहस्थों के मासिक शॉपिंग बिल में जल्द ही बढ़ौतरी होने जा रही है। महंगाई का एक और झटका सहने के लिए लोगों को अब तैयार हो जाना चाहिए
जालंधर : गृहस्थों के मासिक शॉपिंग बिल में जल्द ही बढ़ौतरी होने जा रही है। महंगाई का एक और झटका सहने के लिए लोगों को अब तैयार हो जाना चाहिए क्योंकि कई उपभोक्ता कंपनियों ने विभिन्न वस्तुओं की कीमतों में बढ़ौतरी का मन बना लिया है। इसी प्रकार घरेलू उपयोग में आने वाली खाद्य वस्तुओं की कीमतों में भी बढ़ौतरी के आसार दिखाई दे रहे हैं।
खाद्य तेल, गेहूं, मसालों,दालें तथा चीनी के दाम 5 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं क्योंकि कई राज्यों में सॢदयों में उचित बारिश न होने के कारण उत्पादकता में कमी आ सकती है। इसी तरह से डॉलर की तुलना में रुपए में आई कमजोरी का असर भी आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है। इससे आयात होने वाली वस्तुओं की कीमतों में बढ़ौतरी हो जाएगी।
कृषि उत्पादों की कीमतों में पिछले कुछ समय में 6 से 8 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी हो चुकी है, इसलिए विभिन्न डिब्बाबंद भोजन की कीमतों में भी बढ़ौतरी होने जा रही है। डॉलर की मजबूती के कारण आयातित वस्तुएं महंगी हो गई हैं, इसलिए विभिन्न वस्तुओं की कीमतों में 4 से 5 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी होनी तय है।
डॉलर की मजबूती से आयातित खाद्य तेल की कीमत में 2 से 3 प्रतिशत की बढ़ौतरी हो चुकी है। भारत लगभग 16 लाख टन खाद्य तेल आयात करता है। गेहूं की कीमत में भी खराब मौसम के कारण बढ़ौतरी होने के आसार दिखाई दे रहे हैं। पिछले साल भी खराब मौसम के कारण गेहूं के उत्पादन में कमी आई थी। सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य में की गई बढ़ौतरी के कारण भी गेहूं से जुड़े उत्पादों की कीमतों में बढ़ौतरी होगी।
पिछले 5 महीनों में चीनी के दाम में भी 30 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई है। उत्पादन में कमी तथा चीन में बढ़ी मांग के कारण लाल मिर्ची तथा हल्दी के दामों में बढ़ौतरी हो रही है। अगले एक महीने में और अधिक बढ़ौतरी देखी जा सकती है। चावल के दामों में बढ़ौतरी नहीं होगी क्योंकि पश्चिमी एशियाई देशों से बासमती चावल की मांग नहीं आ रही है। उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों में भी 4 से 5 प्रतिशत तक बढ़ौतरी के आसार दिखाई दे रहे हैं।