Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Feb, 2018 09:40 AM
28 फरवरी से शुरू हो रही पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में अध्यापकों की लगाई गई ड्यूटियों में महिला अध्यापकों का भी ध्यान नहीं रखा गया। इन ड्यूटियों ने अध्यापकों खासकर महिला अध्यापकों को मुश्किल में डाल दिया है। सूची को देखने से पता...
जालंधर(सुमित): 28 फरवरी से शुरू हो रही पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में अध्यापकों की लगाई गई ड्यूटियों में महिला अध्यापकों का भी ध्यान नहीं रखा गया। इन ड्यूटियों ने अध्यापकों खासकर महिला अध्यापकों को मुश्किल में डाल दिया है। सूची को देखने से पता चलता है कि कई महिला अध्यापकों की ड्यूटी 30 किलोमीटर या उससे भी अधिक दूर लगाई गई है। ऐसे में अगर 12वीं का पेपर शाम 5 बजे खत्म होगा तो महिला अध्यापक जो 6 बजे तक सैंटर से निकलेगी उसे घर पहुंचते-पहुंचते 8 बज जाएंगे। शहर में भीड़-भाड़ वाला इलाका होता है वहां पर स्नैचिंग जैसे घटनाएं आम हैं तो गांव के सुनसान इलाके में से देर शाम अध्यापिकाओं का आना काफी मुश्किल होगा। ड्यूटी के बदले में अध्यापकों को 60 रुपए मेहनताना मिलेगा, जबकि इतनी दूर से आने-जाने में ही उनका 100 से ज्यादा का खर्च हो जाएगा। इस बात को लेकर भी अध्यापकों में रोष पाया गया।
ड्यूटियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेगी जी.टी.यू.
बोर्ड द्वारा लगाई गई ड्यूटियों को लेकर गवर्नमैंट टीचर यूनियन (जी.टी.यू) में भारी रोष है। यूनियन द्वारा इस सम्बन्ध में बोर्ड के सचिव से भी मुलाकात की गई परंतु कोई हल नहीं निकला। यूनियन नेता करनैल फिल्लौर ने बताया कि बोर्ड की इस धक्केशाही के विरुद्ध यूनियन द्वारा पुतले फूंके जाएंगे व धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
ड्यूटियां दूर तो लगी हैं पर हमारे हाथ में कुछ नहीं : डी.ई.ओ.
जिला शिक्षा अधिकारी सतनाम सिंह ने माना कि महिला अध्यापकों की ड्यूटियां दूर-दराज क्षेत्रों में लगी हैं लेकिन उनके हाथ में कुछ नहीं है। वह तो बस ऊपर से आए हुक्मों को ही लागू कर रहे हैं। अगर इस बारे में कुछ नए हुक्म आते हैं तो वह उनको लागू कर देंगे।