Edited By Updated: 11 Feb, 2016 03:01 PM
पंजाब में आर्थिक संकट के चलते सरकारी कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में खजाना दफ्तरों द्वारा प्रशासनिक ...
जालन्धर : पंजाब में आर्थिक संकट के चलते सरकारी कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में खजाना दफ्तरों द्वारा प्रशासनिक व पुलिस कर्मचारियों को बकाया व जी.पी.एफ. फंड देने में आनाकानी की जा रही है।
सरकारी कर्मचारियों ने बताया कि आपातकालीन परिस्थितियों में वह अपने जी.पी.एफ. फंड में से कुछ राशि निकलवाना चाहते हैं। कुछ कर्मचारियों को अपने बच्चों के विवाह करने हैं तो कुछ को पारिवारिक सदस्यों के इलाज के लिए पैसा चाहिए परन्तु खजाना दफ्तरों में आवेदन पहुंचने के बावजूद उन्हें भुगतान नहीं किया जा रहा है।
कुछ कर्मचारियों ने बताया कि खजाना दफ्तर केवल सिफारिशों पर ही मांगी जा रही राशि का भुगतान कर रहा है। जी.पी.एफ. व अन्य फंड लेने के लिए आम कर्मचारियों को बार-बार खजाना दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। कुछ कर्मचारी तो बार-बार पैसा न मिलने पर उच्चाधिकारियों के पास जा रहे हैं व उनसे फोन करवा रहे हैं परन्तु उसके बावजूद खजाना दफ्तरों में पहुंचने पर उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है।
पुलिस कर्मचारियों को भी ऐसी ही मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इन कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सरकार से अपना पैसा न मिलने पर उन्हें उच्च ब्याज दरों पर पैसा मार्कीट से उधार उठाना पड़ रहा है। इन्हें चुकाने के लिए उन्हें अब वर्षों लग जाएंगे।
सरकार एक तरफ तो दावा करती है कि राज्य में कोई वित्तीय संकट नहीं है पर दूसरी तरफ कर्मचारियों को उनका बकाया देने में तरह-तरह की रुकावटें खड़ी की जा रही हैं। इन कर्मचारियों ने पंजाब सरकार से गुहार लगाई है कि वित्त विभाग को निर्देश दे कि कर्मचारियों को बकाया लेने के लिए उनके आवेदन पास होने पर संबंधित राशि रिलीज कर दी जाए।