Edited By Updated: 28 Aug, 2016 07:57 PM
आम आदमी पार्टी पंजाब के कन्वीनर पद से हटाए गए सुच्चा सिंह छोटेपुर द्वारा जल्दबाजी में ‘आप’ को अलविदा नहीं...
जालंधर(धवन): आम आदमी पार्टी पंजाब के कन्वीनर पद से हटाए गए सुच्चा सिंह छोटेपुर द्वारा जल्दबाजी में ‘आप’ को अलविदा नहीं कहा जाएगा, बल्कि वह असंतुष्ट सांसद डा. धर्मवीर गांधी व हरिन्द्र सिंह खालसा की तरह पार्टी में रहकर ही अपनी आवाज को और तीखा कर सकते हैं। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कै. अमरेन्द्र सिंह ने यद्यपि अपने पुराने मित्र को कांग्रेस में आने का आह्वान किया है, परंतु बताया जाता है कि छोटेपुर कांग्रेस में नहीं आएंगे।
छोटेपुर डा. धर्मवीर गांधी व अन्य असंतुष्ट नेताओं के साथ एक प्लेटफार्म पर इकट्ठा हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में वे अधिक से अधिक आम आदमी पार्टी तथा अरविन्द केजरीवाल को नुक्सान पहुंचाने की स्थिति में रहेंगे। टिकट बंटवारे के बाद असंतोष और बढऩे के आसार हैं। शिरोमणि अकाली दल ने यद्यपि छोटेपुर द्वारा केजरीवाल के खिलाफ लिए गए स्टैंड की सराहना की है, परंतु पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने उन्हें अकाली दल में लेने से साफ इन्कार कर दिया। छोटेपुर के निकटवर्तियों का मानना है कि उनकी राजनीति अभी तक अकाली विरोधी तथा कांग्रेस विरोधी विचारों के कारण ही रही है। इसलिए वह इन दोनों विकल्पों को छोड़कर तीसरे विकल्प को चुनेंगे, जिसके तहत सभी नाराज ‘आप’ नेताओं व वालंटियर्स को एक मजबूत धड़े के तहत इकट्ठा करेंगे।
छोटेपुर को उम्मीद है कि जैसे-जैसे केजरीवाल द्वारा पंजाब में अन्य विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जाएगा, वैसे-वैसे आम आदमी पार्टी में बगावत और तेज होती जाएगी, क्योंकि पार्टी में प्रत्येक सीट पर एक-एक दर्जन उम्मीदवारों को टिकट देने का झांसा देकर पार्टी में शामिल करवाया था, परंतु टिकट तो अब एक नेता को ही मिलनी है, ऐसी स्थिति में अन्य दावेदार नाराजगी की हालत में छोटेपुर के इर्द-गिर्द इकट्ठा हो सकते हैं।