Edited By Updated: 28 Nov, 2015 08:31 AM
पंजाब में धुंध के कारण गत वर्ष 605 लोगों के जान से हाथ धोने को लेकर पंजाब के ट्रैफिक एडवाइजर की ओर से जारी एडवाइजरी पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा और चंडीगढ़ को भी मंथन करने के निर्देश दिए हैं।
चंडीगढ़ (विवेक): पंजाब में धुंध के कारण गत वर्ष 605 लोगों के जान से हाथ धोने को लेकर पंजाब के ट्रैफिक एडवाइजर की ओर से जारी एडवाइजरी पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा और चंडीगढ़ को भी मंथन करने के निर्देश दिए हैं।
पंजाब के ट्रैफिक एडवाइजर असीजा ने 10 मुद्दों को लेकर चीफ सैक्रेटरी और डी.जी.पी. पंजाब को एडवाइजरी जारी की थी। एडवाइजरी के बारे में जब कोर्ट मित्र ने कोर्ट को अवगत करवाया तो कोर्ट ने इस पर हरियाणा और चंडीगढ़ को भी विचार करने के निर्देश दिए। कोर्ट ने कहा कि धुंध से होने वाले हादसे एक ही प्रकार के होते हैं।
पंजाब को भेजी एडवाइजरी में यह कहा
1.सड़क किनारे बढ़ी खरपतवार को हादसों का कारण माना। कहा गया कि इसकी वजह से न केवल हादसे बढ़ते हैं, बल्कि यह पानी के बहाव में अवरोध का काम करती है। ऐसे में इन्हें हटाने के लिए मनरेगा मजदूरों की सहायता ली जानी चाहिए।
2. सड़कों पर ट्रैफिक लाइटें खराब हैं। टैंपरेरी इंतजाम किए गए हैं। ये लाइटें दिखाई नहीं देती हैं। लाइटों को हटाकर इनके स्थान पर एल.ई.डी. लाइट्स लगवाई जाएं जो धुंध में ज्यादा नजर आएं।
3.एम्बुलैंस जैसी एमरजैंसी सॢवस व्हीकल धुंध के दिनों में ज्यादा चपेट में आती हैं। अधिकतर पर रिफ्लैक्टर नहीं लगे हैं। सभी एमरजैंसी सेवा व्हीकलों में रिफ्लैक्टर लगाए जाएं।
4. धुंध के समय में बच्चों को स्कूल ले जाने वाले वाहन ज्यादातर हादसों का शिकार होते हैं। सेफ स्कूल वाहन पॉलिसी की पालना की जाए। विभिन्न विभाग मिलकर स्कूली वाहनों की जांच करें।
5. हाईवे पर निर्माण में आस-पास सामग्री बिखरी रहती है जो हादसों का कारण बनती है। सामग्री को हटाने की जिम्मेदारी कांट्रैक्टर की होती है। इसके बावजूद वे लापरवाह रहते हैं। हाईवे पर लगातार पैट्रोङ्क्षलग होनी चाहिए। लापरवाही पर कांट्रैक्टर पर जुर्माना लगे।
6.धुंध में ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगाए बैरियर भी हादसों का कारण बनते हैं। ट्रैफिक पुलिस यह सुनिश्चित करे कि फैब्रिक के बैरिकेड्स लगाए जाएं। फ्लैश लाइट मौजूद हो। पुलिस अपनी सुरक्षा के लिए रिफ्लैक्टर लगी जैकेट जरूर पहने।
7. नैशनल हाईवे पर अवैध पार्किंग हादसों का बड़ा कारण। पुलिस पैट्रोङ्क्षलग कर यह सुनिश्चित करे कि कोई भी वाहन हाईवे पर पार्क न हो।
8.बड़े मेले और रैलियों में शामिल होने के लिए जाने वाले लोग धुंध में हादसों का शिकार हो जाते हैं। राज्य सरकार धुंध वाले दिनों में बड़े आयोजनों की अनुमति न दे। सुबह और शाम को ऐसे स्थानों पर जाने से बचना चाहिए।
9.ओवरलोडिड ट्रैक्टर और ट्रालियों के कारण हादसों की संख्या बढ़ रही है। वाहन भूसा और बाकी चीजों से अपने ओरिजनल साइज से ज्यादा बड़ी चौड़ाई व ऊंचाई नहीं होनी चाहिए।
10. राज्य में 400 दुर्घटना संभावित क्षेत्र। इन क्षेत्रों की पहचान राज्य सरकार करे। इन स्थानों के नजदीक पुलिस की तैनाती की जानी चाहिए। एमरजैंसी वाहन भी इन स्थानों के नजदीक तैनात किए जाएं।