Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 11:50 AM
डी.सी. वरिन्द्र कुमार शर्मा ने सेहत विभाग और पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे जिले में कॉमन बायो मैडीकल ट्रीटमैंट सैंटर स्थापित करने की संभावना तलाश करें ताकि जिले में बायो मैडीकल वेस्ट को सही ढंग के साथ निपटाया जा...
जालन्धर (अमित) : डी.सी. वरिन्द्र कुमार शर्मा ने सेहत विभाग और पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे जिले में कॉमन बायो मैडीकल ट्रीटमैंट सैंटर स्थापित करने की संभावना तलाश करें ताकि जिले में बायो मैडीकल वेस्ट को सही ढंग के साथ निपटाया जा सके। बुधवार को डी.ए.सी. के मीटिंग हाल में बायो मैडीकल वेस्ट को निपटाने के लिए आयोजित की गई एक मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए डी.सी. ने कहा कि शहर में सैंकड़ों टन बायो मैडीकल वेस्ट पैदा होता है जिसको सही ढंग से निपटाना बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि बायो मैडीकल वेस्ट बहुत ज्यादा खतरनाक होता है और मानव सेहत पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि हालांकि मौजूदा समय में इस वेस्ट को निपटाने के लिए चल रही प्रणाली काफी हद तक ठीक है। मगर यह सैंटर जालन्धर में स्थापित करना जरूरी है क्योंकि जिले में बड़ी तादाद में अस्पताल हैं जो यह वेस्ट रोजाना पैदा करते हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल जालन्धर में पैदा हुआ बायो मैडीकल वेस्ट मोहाली और पठानकोट में स्थापित कामन बायो मैडीकल ट्रीटमैंट सैंटर में निपटाया जाता है। उन्होंने कहा कि इस वेस्ट को संभालने के लिए विशेष सावधानी रखने की जरूरत होती है।
उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि वह इस वेस्ट को संभालने के लिए अपनाए जाते तरीके के दौरान बनाए गए नियमों को सख्ती के साथ लागू करें। इस मौके पर अधिकारियों ने डी.सी. को बताया कि इस कूड़े को अलग करने और निपटाने के लिए अलग-अलग प्रणालियों का प्रयोग किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस काम को सही ढंग के साथ करवाने के लिए ऑनलाइन चैकिंग का भी प्रबंध है। इस अवसर पर अन्य के अलावा ए.डी.सी (डी) डा. भुपिन्द्र पाल सिंह, उपमंडल मैजिस्ट्रेट परमवीर सिंह, ए.डी.सी.पी. डा. सुधरविजी, एस.एस.पी. राजिन्द्र सिंह चीमा, मैडीकल सुपरिटैंडैंट डा. के.एस.बावा, डा. तरसेम सिंह, डा. रिशी शर्मा, डी.डी.ई.ओ. गुरप्रीत कौर व अन्य उपस्थित थे।