Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 11:26 AM
रविवार को सिविल अस्पताल में सीरियस मरीजों को ई.सी.जी. करवाने के लिए काफी परेशान होना पड़ा। उनके परिजन एमरजैंसी वार्ड में बैठे डाक्टर के पास बार-बार आकर ई.सी.जी. करने वाले टैक्नीशियन को बुलाने का कहते रहे। स्टाफ जब आन कॉल ड्यूटी ई.सी.जी. करने वाले...
जालंधर(शौरी): रविवार को सिविल अस्पताल में सीरियस मरीजों को ई.सी.जी. करवाने के लिए काफी परेशान होना पड़ा। उनके परिजन एमरजैंसी वार्ड में बैठे डाक्टर के पास बार-बार आकर ई.सी.जी. करने वाले टैक्नीशियन को बुलाने का कहते रहे। स्टाफ जब आन कॉल ड्यूटी ई.सी.जी. करने वाले युवक का मोबाइल नंबर मिलाते तो वह स्विच ऑफ आता। सुबह से लेकर शाम तक यही हाल रहा। एमरजैंसी वार्ड में भी 2 सीरियस मरीज नारायण मंडल निवासी होशियारपुर व संतोखपुरा निवासी सोनू जिनके पेट की आंत फटने के कारण उन्हें अस्पताल लाया गया था, वह व उनके परिजन परेशान होते दिखाई दिए। डा. सच्चर ने उनका चैकअप कर तुरंत मरीजों की ई.सी.जी. करने बाबत कहा ताकि कुछ घंटों के बाद उनका ऑप्रेशन कर उनकी जान बचाई जा सके लेकिन ई.सी.जी. करने वाले जनाब ने मोबाइल फोन बंद कर रखा था।
दूसरे टैक्नीशियन ने आकर दी राहत
आखिरकार एमरजैंसी वार्ड में ड्यूटी पर तैनात डा. राकेश चोपड़ा ने दूसरे ई.सी.जी. टैक्नीशियन को मोबइल फोन कर उससे प्रार्थना कर उसे ऑफ ड्यूटी पर भी सिविल अस्पताल ई.सी.जी. करने के लिए बुलाया ताकि मरीजों की जान बच सके। इस पर उसने अपना फर्ज समझते हुए अस्पताल में आकर मरीजों की ई.सी.जी. की।