Edited By Updated: 14 Nov, 2015 01:48 PM
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने नकली प्रमाणपत्रों पर राेक के लिए प्रमाणपत्रों पर बार कोड शुरू करने का फैसला किया है।
जालंधरः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने नकली प्रमाणपत्रों पर राेक के लिए प्रमाणपत्रों पर बार कोड शुरू करने का फैसला किया है। इसकी शुरुआत शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटैट) के प्रमाणपत्रों से होने जा रही है। इस बार सीटैट के बाद जो प्रमाणपत्र जारी होंगे उसमें बार कोड लगाया जा रहा है। इसके बाद अन्य प्रमाणपत्रों में भी यह व्यवस्था लागू होगी।
सूत्रों के अनुसार, बोर्ड ने प्रमाणपत्रों की पहचान और नकली प्रमाणपत्रों की रोकथाम के लिए उन पर ग्लोबल डाक्यूमेंट टाइप आइडेंटीफिकेशन (जीडीटीआइ) तकनीक का इस्तेमाल किया है। यह तकनीक बार कोड जैसी ही प्रणाली है। एंड्राइड मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से जीडीटीआई को पढ़ा जा सकता है। साथ ही बार कोड रीडर भी जीडीटीआइ को पढ़ सकता है।