Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Mar, 2018 12:31 PM
कांग्रेस पार्टी के नवनिर्वाचित कौंसलरों ने ए.डी.सी.पी.-2 सुडरविजी, ए.सी.पी. वैस्ट और एच.एच.ओ.-5 के साथ मीटिंग की जिनमें कांग्रेसियों ने जहां कैप्टन सरकार की नशे के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम का काला सच बता दिया, वहीं पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगा दिए।...
जालंधर(मृदुल): कांग्रेस पार्टी के नवनिर्वाचित कौंसलरों ने ए.डी.सी.पी.-2 सुडरविजी, ए.सी.पी. वैस्ट और एच.एच.ओ.-5 के साथ मीटिंग की जिनमें कांग्रेसियों ने जहां कैप्टन सरकार की नशे के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम का काला सच बता दिया, वहीं पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगा दिए। वार्ड नंबर 78 के कौंसलर जगदीश समराय ने पुलिस के खिलाफ तीखे आरोपों में कहा कि बस्तीयात इलाके में कितने ही लॉटरी स्टाल चलते हैं जिनकी आड़ में शराब तस्करी होती है। लोग वहां पर्चियां लेकर जाते हैं और उन्हें शराब मुहैया हो जाती है।
कई बार तो पुलिस वाले भी उनके पास सिविल ड्रैस में आकर पर्ची लेकर शराब पीते हैं। उनके साथ अगर पुलिस जाए तो उन्हें पर्चियों की आड़ में चल रहे दड़े-सट्टे और शराब तस्करी का पूरा कारोबार दिखा सकते हैं। इतना सुनते ए.सी.पी. बलविंद्र सिंह और एस.एच.ओ. सुखजीत सिंह थोड़े परेशान नजर आए। मीटिंग में मौजूद बलबीर अंगुराल ने ए.सी.पी. से कहा कि आजकल तो लॉटरी स्टाल लेने बहुत आसान हो चुके हैं। 2 कम्प्यूटर लेकर और एक दुकान में लोग लॉटरी स्टाल खोल लेते हैं। बस्ती दानिशमंदां और उसके आसपास के इलाके में बिक रही शराब और अफीम को लेकर भी पुलिस ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया। बलबीर ने तो इतना तक कह डाला कि एक बार तो एक पुलिस वाला लॉटरी स्टाल पर गया और बोला कि उसे 500 रुपए दे।
लॉटरी वाले ने जवाब दिया था कि उसकी तो अभी 400 रुपए दिहाड़ी बनी है, वह 500 रुपए कहां से दे दे। मगर पुलिस मुलाजिम ने अपना रौब दिखा किसी तरह 500 रुपए लेकर चला गया। हालांकि मीटिंग में 23 मार्च को शहीद भगत सिंह के खटकड़ कलां गांव में होने वाले समागम में नशे के खिलाफ कसम दिलवाई जाएगी जहां नशे को खत्म करने के लिए लोग काम कर सकें। इस दौरान डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी, अनमोल ग्रोवर, राजीव टिक्का, मेजर सिंह और लखविंद्र सिंह बजावा मौजूद थे। सिर्फ कांग्रेसियों को बुलाया था पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो पुलिस ने सिर्फ कांग्रेसियों को मीटिंग में बुलाया न कि किसी भाजपा पार्टी वर्कर को। हालांकि पुलिस की मीटिंग बिल्कुल निष्पक्ष होती है, मगर पुलिस ने इस मीटिंग में पक्षपात कर लिया, क्योंकि नशे को खत्म करना सामाजिक काम है न कि किसी एक पार्टी का।