Edited By Updated: 30 Sep, 2016 11:11 AM
सिखनैट की तरफ से वर्ष 2016 फिल्म फैस्टीवल में विजेता शॉर्ट मूवीज की घोषणा कर दी गई है। सिख नैट की तरफ से मध्यवर्ती कैटेगरी में
जालंधर(पाहवा): सिखनैट की तरफ से वर्ष 2016 फिल्म फैस्टीवल में विजेता शॉर्ट मूवीज की घोषणा कर दी गई है। सिख नैट की तरफ से मध्यवर्ती कैटेगरी में जिन 3 फिल्मों को विजेता घोषित किया गया है उनमें जालंधर के युवा निदेशक कुंवर राज सिंह द्वारा निर्देशित फिल्म ‘बूटे दा प्रशाद’ भी शामिल है। इस श्रेणी में अन्य 2 फिल्मों में सुखमनजोत सिंह की निर्देशित ‘संग्रांद’ तथा राज अंगद व हरदीप सिंह की तरफ से निर्देशित ‘सैल्फलैस शेड’ भी शामिल हैं।
इन फिल्मों के निर्देशकों को 1000 अमरीकन डॉलर के ईनाम की घोषणा की गई है। इन फिल्मों की कैटेगरी में कुंवर राज सिंह सबसे युवा निर्देशक थे। सिखनैट की तरफ से वर्ष 2016 के फिल्म फैस्टीवल के लिए आवेदन मांगे गए थे। इसमें माता धरती विषय पर शॉर्ट फिल्म बना कर भेजी जानी थी जिसमें सिख धर्म पर्यावरण के प्रति किस तरह से अहम भूमिका निभा सकता है। भारत, अमरीका, कीनिया सहित कई देशों से आई नई फिल्मों में से 16 फिल्मों को शॉर्ट लिस्ट किया गया था। इनमें ‘बूटे का प्रशाद’ भी शामिल थी। 16 फिल्मों में से उक्त श्रेणी में 3 फिल्में तथा जूनियर श्रेणी में एक फिल्म ‘पानी पिता’ को स्थान मिला है।
‘बूटे दा प्रशाद’ के निदेशक तथा स्टारकास्ट आज ‘पंजाब केसरी’ कार्यालय में पहुंची। इनमें निदेशक कुंवर राज सिंह, हरसाहिब सिंह, गुरप्रताप सिंह बेदी, मंजोत सिंह, अवनीत कौर शामिल थे। कुंवर राज सिंह ने कहा कि उन्होंने एक बार गुरुद्वारा साहिब में बच्चे को प्रशाद लेते तथा उसे संभाल कर रखते देखा। उसके बाद उनके दिमाग में आया कि अगर पौधे का प्रशाद संभाला जाए जो पर्यावरण के लिए जरूरी है तो भविष्य के लिए भी जरूरी है। इसी को ध्यान में रख कर उन्होंने फिल्म बनाई जिसे लोगों ने खूब सराहा। उन्होंने कहा कि यह एक फिल्म थी लेकिन अगर इस फिल्म को असली जीवन में उतारा जाए तथा धार्मिक स्थलों पर पौधों का प्रशाद भी मिलना आरंभ हो जाए तथा उसका बकायदा पोषण किया जाए तो यह धरती दोबारा हरी-भरी हो जाएगी।