Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jan, 2018 01:03 PM
वैसे तो भारतीय जनता पार्टी तथा कांग्रेस एक-दूसरे के धुर विरोधी हैं लेकिन जरूरत पडऩे पर दोनों दल मिलकर भी कोई चुनाव लड़ सकते हैं, यह सोच कर ही अजीब लगता है लेकिन महाराष्ट्र के गोंदिया जिला परिषद में धुर विरोधी कांग्रेस-भाजपा का गठबंधन होने की जानकारी...
जालन्धर (पाहवा): वैसे तो भारतीय जनता पार्टी तथा कांग्रेस एक-दूसरे के धुर विरोधी हैं लेकिन जरूरत पडऩे पर दोनों दल मिलकर भी कोई चुनाव लड़ सकते हैं, यह सोच कर ही अजीब लगता है लेकिन महाराष्ट्र के गोंदिया जिला परिषद में धुर विरोधी कांग्रेस-भाजपा का गठबंधन होने की जानकारी मिली है। यह गठबंधन गोंदिया जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए हुआ है। गोंदिया जिला परिषद चुनाव में एन.सी.पी. ने 20 सीटें जीती थीं जबकि भाजपा ने 17 और कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत हासिल की थी।
इसके बाद भाजपा ने जिला परिषद अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस की उम्मीदवार सीमा माधवी को समर्थन दिया जबकि कांग्रेस ने उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा के अकबर अली को समर्थन दिया। गठबंधन की पेशकश गोंदिया से कांग्रेसी विधायक गोपाल अग्रवाल ने की।दरअसल कांग्रेस और एन.सी.पी. 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में मिलकर भाजपा के खिलाफ चुनाव लडऩे पर विचार कर रही हैं लेकिन भाजपा व कांग्रेस के जिला परिषद स्तर पर हुए इस गठबंधन से आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और एन.सी.पी. के बीच गठबंधन के प्रयास को झटका लगा है। वैसे कांग्रेस के इस गठबंधन से नाराज एन.सी.पी. ने महाराष्ट्र के कई जिलों में भाजपा से गठबंधन कर जिला परिषद में एक-दूसरे के उम्मीदवारों को समर्थन दिया है। इन जिलों में चंद्रपुर, गढ़चिरौली, वर्धा, यवतमाल जिला परिषद शामिल हैं। गोंदिया में कांग्रेस और भाजपा ने एक-दूसरे को ऐसे समय पर समर्थन दिया है जब कांग्रेस एन.सी.पी. के साथ मिलकर अगले लोकसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ लडऩे की कोशिशों में लगी है।
यह स्थानीय गठबंधन दोनों के बीच खटास घोल सकता है। खबर के अनुसार एन.सी.पी. ने इस बारे में शिकायत की थी तथा राहुल गांधी ने महाराष्ट्र इकाई से इसके बारे में सफाई मांगी है। हालांकि राज्य के वरिष्ठ नेता इस मामले से अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक इस गठजोड़ की गाज जिले के स्थानीय नेताओं पर गिर सकती है। जिले में पार्टी की गतिविधियां देखने वाले सभासद गोपालदास अग्रवाल के खिलाफ इस मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। पार्टी ने 2 वरिष्ठ नेताओं हर्षवद्र्धन सपकाल और विजय वडेट्टिकर को मामले की जांच करने को कहा है। गौरतलब है जिले में एन.सी.पी. नेता प्रफुल्ल पटेल के कट्टर विरोधी अग्रवाल इसके पहले भी एक बार पार्टी लाइन से परे जाकर भाजपा से गठजोड़ कर चुके हैं। महाराष्ट्र के कई जिलों में कांग्रेस और एन.सी.पी. के बीच कड़वाहट काफी ज्यादा है। इसी वजह से भाजपा से गठजोड़ जैसी चकित करने वाली घटना सामने आई है।