Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Mar, 2018 10:21 AM
आम आदमी पार्टी का गठन 26 नवम्बर 2012 को दोपहर 12 बजे नई दिल्ली में हुआ था।
जालंधर (धवन): आम आदमी पार्टी का गठन 26 नवम्बर 2012 को दोपहर 12 बजे नई दिल्ली में हुआ था। ज्योतिषाचार्य संजय चौधरी, जिन्होंने अमरीका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की जीत की भविष्यवाणी की थी, ने कहा कि आम आदमी पार्टी व दिल्ली सरकार के लिए 7 मार्च से लेकर 2 मई 2018 तक का समय अत्यंत घातक सिद्ध हो सकता है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का उदय मकर लग्र में हुआ तथा उसका स्वामी शनि 10वें घर में उच्च राशि में शुक्र के साथ विराजमान है, जिस कारण पार्टी गठन के साथ ही आम आदमी पार्टी को भारी सफलता व प्रसिद्धि मिली।
उन्होंने कहा कि चंद्रमा मेष राशि में है तथा उसका स्वामी मंगल 12वें घर में बैठा है जिस पर शनि की दृष्टि होने के कारण या पार्टी लगातार विवादों में उलझती चली गई। कभी आम आदमी पार्टी के विधायकों को लेकर विवाद छिड़े तो अब मुख्य सचिव के साथ मारपीट को लेकर नया विवाद उभरा है।
जैमिनी दशा पद्धति के अनुसार दिसम्बर 2015 से आम आदमी पार्टी को धनु राशि का समय चल रहा है। उसमें मिथुन का अंतर दिसम्बर 2017 तक चला। यह समय अभी मई 2018 तक चलना है। महादशा स्वामी बृहस्पति तथा अंतर स्वामी बुध बुरी तरह से केतु व शनि से प्रभावित हैं जिससे पता चला है कि पार्टी को दिल्ली में सत्ता में बने रहने के लिए कड़ा संघर्ष आने वाले समय में करना होगा। मंगल तथा शनि की युति 12वें घर में अब गोचर में होने जा रही है। यह युती कुंडली के मंगल के ऊपर 7 मार्च से शुरू हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि मंगल व शनि का संयोग 2 मई 2018 तक रहेगा जोकि पार्टी के भीतर नए विवादों को तो उभारेगा ही परन्तु साथ ही दिल्ली में सरकार के समक्ष नई मुश्किलें पैदा कर देगा। अगस्त 1990 में जब खाड़ी युद्ध हुआ था तो उस समय शनि धनु राशि में थे। अब पुन: शनि धनु राशि में है तथा धनु राशि में ही मंगल व शनि की युति मई तक रहेगी, जिससे एक बार फिर से खाड़ी देशों को लेकर एक नया संकट पैदा होने के आसार दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटें जीत कर सबको हैरान कर देने वाली पार्टी आम आदमी पार्टी की यह दशा मौजूदा ग्रह दशा के कारण ही हो रही है। जिन ग्रहों ने पार्टी को ऊंचाई पर पहुंचाया तो दूसरी तरफ अन्य ग्रहों ने पार्टी नेताओं के अंदर अहंकार पैदा कर उसे जमीन पर ला खड़ा कर दिया, इसलिए 2 मई तक दिल्ली सरकार को अपने आप को गिरने से बचाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है।