Edited By Updated: 13 Nov, 2015 11:06 AM
लोकसभा चुनावों में भाजपा के लिए काम कर नरेन्द्र मोदी को सत्ता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने के बाद प्रशांत
पटना/जालंधर : लोकसभा चुनावों में भाजपा के लिए काम कर नरेन्द्र मोदी को सत्ता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने के बाद प्रशांत कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए काम किया और उन्हें विधानसभा चुनावों में विजयी करवाया। प्रशांत की अब काफी मांग है। असम के मुख्यमंत्री गोगोई से लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कांग्रेस नेता अमरेन्द्र सिंह ने भी प्रशांत से संपर्क साधा है।
असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने गत दिवस प्रशांत से वार्ता कर 2016 के विधानसभा चुनावों के लिए उनकी सेवाएं लेने की बात की। गोगोई बिहार के फतवे के बाद धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एकत्र करने के प्रयास कर रहे हैं।
37 वर्षीय प्रशांत ने गोगोई की पेशकश का सकारात्मक जवाब दिया है। विश्वास किया जाता है कि प्रशांत ने असम के मुख्यमंत्री को सलाह दी है कि वह राहुल गांधी के कार्यालय के माध्यम से सम्पर्क करें। कांग्रेस ने 2011 में असम में 78 सीटें जीती थीं। गोगोई 3 बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं और वह चौथी बार भी मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।
प्रशांत को दूसरा निमंत्रण कांग्रेस के सांसद अमरेन्द्र सिंह की तरफ से मिला है। अमरेन्द्र के एक सहायक ने प्रशांत से बातचीत की। चुनावी रणनीति पर बातचीत करने के लिए नई दिल्ली में वह इस सप्ताह कैप्टन अमरेन्द्र के साथ मुलाकात कर सकते हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में पराजित हुई कांग्रेस के कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की 2017 में विधानसभा चुनावों पर नजर है।
प्रशांत के इस सप्ताह नई दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात करने की संभावना है। प्रशांत का पहला काम असम के विधानसभा चुनावों से निपटना है क्योंकि गोगोई को विपक्ष के अलावा कांग्रेस के भीतर से भी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा असम में जीत हासिल करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। गोगोई और अमरेन्द्र के अलावा ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने भी प्रशांत से सम्पर्क साधा है।