Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Feb, 2018 11:25 AM
स्पैशल 26 फिल्म की कापी कर नकली आयकर अधिकारी बन अपरा की सबसे मशहूर सोने की ज्वैलरी के शोरूम को लूटने की योजना का पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए जालंधर स्थित एक रैस्टोरैंट के कर्मचारी को गिरफ्तार किया है।
फिल्लौर/अपरा (भाखड़ी/दीपा): स्पैशल 26 फिल्म की कापी कर नकली आयकर अधिकारी बन अपरा की सबसे मशहूर सोने की ज्वैलरी के शोरूम को लूटने की योजना का पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए जालंधर स्थित एक रैस्टोरैंट के कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी से रिश्वत के रूप में लिए जा रहे 3 लाख रुपए भी बरामद किए है। जबकि नकली आयकर अधिकारी उनके हाथ नहीं लगा। शोरूम मालिक ने बताया कि उक्त नकली अधिकारी उन्हें फोन कर अपना सोना इधर-से उधर करने को कह रहा था। अगर वह पुलिस का साथ नहीं लेता तो सोना इधर से उधर करते वक्त लूट लिया जाना था।
3 लाख लेकर जालंधर पहुंचने को कहा
गत दिवस उसी नंबर से मालिक घई को फिर फोन आया कि सावधान हो जाए। प्रात: रेड होगी जिस पर मालिक घई ने उक्त व्यक्ति से कहा कि किसी तरह ले देकर उनका बचाव नहीं हो सकता तो उसने कहा कि वह एक बड़े अधिकारी से बात करने की कोशिश करता है। 10 मिनट बाद ही उसने दोबारा फोन कर कहा कि वह प्रात: 3 लाख रुपए लेकर आयकर विभाग जालंधर के कार्यालय में पहुंच जाए जिस पर मालिक ने हामी भर दी और पुलिस को सूचित कर दिया।
कैसे रचा शोरूम लूटने का ड्रामा
देश-विदेश में सोने की मंडी के नाम से मशहूर फिल्लौर में अपरा कसबा के सबसे प्रमुख ज्वैलर्स बाबू राम एंड संज के शोरूम पर एक सप्ताह पहले उनके लैंड लाइन नंबर पर फोन आया। कर्मचारी के फोन उठाने पर व्यक्ति ने अपना परिचय अभिनव शर्मा वरिष्ठ अधिकारी आयकर विभाग चंडीगढ़ के रूप में देते हुए मालिक वरिंदर घई से बात करवाने को कहा। व्यस्त होने के कारण कर्मचारी ने अधिकारी का नंबर लिख लिया।
फ्री होने पर जब घई ने अधिकारी द्वारा बताए नंबर 80545-79345 पर फोन किया तो उसने आगे से यह कहकर फोन काट दिया कि आयकर विभाग की तरफ से आपके शोरूम पर बड़े स्तर पर छापा मारा जा रहा है, अपना गोल्ड व किताबें संभाल लें। यह सुन कर शोरूम मालिक घबरा गया। 3 दिन बीत जाने पर भी जब शोरूम में छापा नहीं पड़ा तो 5वें दिन घई को उसी नंबर पर दोबारा फोन आया कि रेड पक्का होने वाली है। आयकर विभाग ने दूसरे शहरों से रेड करने के लिए अधिकारी बुलाए हैं। लेकिन शाम तक जब फिर छापा नहीं पड़ा तो शोरूम को बंद करने के पश्चात मालिक घई ने इसकी जानकारी अपने दोस्त को दी। जिसके बाद इसकी सूचना अपरा पुलिस चौकी में दी जिस पर पुलिस शोरूम के आसपास सिविल वर्दी में रैकी करने लगी।|
फोन पर आयकर विभाग के जालंधर कार्यालय की आ रही थी लोकेशन
नकली आयकर अधिकारी शातिर था। जब भी पुलिस उसके नंबर की लोकेशन की जांच करती तो वह आयकर विभाग जालंधर के विभाग की ही आती। जैसे ही प्रात: पुलिस शोरूम मालिक घई के साथ 3 लाख रुपए लेकर रवाना हुई तो उन्होंने फिर फोन की लोकेशन की जांच की तो वह आयकर कार्यालय की आई। जैसे ही घई रुपये लेकर आयकर विभाग के कार्यलय पहुंचे तो उन्हें फिर फोन आया कि वह जालंधर बस स्टैंड के समीप रैस्टोरैंट में आ जाए, लेन-देन वही होगा। जब घई पुलिस टीम के साथ रैस्टोरैंट के बाहर पहुंचे तो रैस्टोरैंट के बाहर पहले से ही आयकर विभाग की 2 गाडिय़ां खड़ी थी। जैसे ही वह अंदर गए तो घई को फोन आया कि वह नोटों का पैकेट काऊंटर पर खड़े व्यक्ति को दे दे।
जैसे ही घई ने अपनी पहचान बता कर उसे रुपयों का पैकेट पकड़ाया तो पुलिस ने उक्त व्यक्ति को दबोच लिया। पुलिस ने उक्त व्यक्ति सुभाष जोशी के विरुद्ध केस तो दर्ज कर लिया है लेकिन गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की। सूत्रों के अनुसार नकली आयकर अधिकारी के साथी ने पुलिस के पास जिस व्यक्ति के नाम का खुलासा किया है वह कोई मामूली व्यक्ति नहीं है। उसकी पहुंच बड़े राजनीतिकों के साथ बताई जा रही है। उक्त नकली अधिकारी ने अपनी फेसबुक पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के साथ अपनी फोटो डाली हुई हैं।