Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jan, 2018 10:52 AM
अमरीका से पंजाब आकर अब तक अमरबीर संधू 6100 कन्यादान करवा चुके हैं। समाज के गरीब व असहाय परिवारों से जुड़ी लड़कियों के परिजन अमरबीर संधू के अमृतसर स्थित कार्यालय में अपनी लड़कियों के विवाह के लिए पंजीकरण करवाते हैं। अमरबीर सिंह संधू अमृतसर के वरिष्ठ...
जालंधर/अमृतसर (धवन): अमरीका से पंजाब आकर अब तक अमरबीर संधू 6100 कन्यादान करवा चुके हैं। समाज के गरीब व असहाय परिवारों से जुड़ी लड़कियों के परिजन अमरबीर संधू के अमृतसर स्थित कार्यालय में अपनी लड़कियों के विवाह के लिए पंजीकरण करवाते हैं। अमरबीर सिंह संधू अमृतसर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता करमजीत सिंह रिंटू के भाई हैं, जोकि अमरीका के शिकागो में बसे हुए हैं।
अमरीका में बसे होने के बावजूद उन्हें अपनी मातृभूमि से पूरा प्यार व लगाव है। अपनी आमदनी में से वह लड़कियों के मुफ्त विवाह सम्पन्न करवाते हैं। हर वर्ष 100 लड़कियों के विवाह करवाए जाते हैं तथा हर महीने भी अलग से 7-7 लड़कियों के विवाह करवाने का कार्य भी चलता रहता है। राज्य स्तरीय समारोह में भाग लेने के लिए अमरबीर संधू विशेष रूप से हर वर्ष अमृतसर आते हैं। इस बार 100 कन्याओं का विवाह 28 जनवरी रविवार को रखा गया है तथा प्रत्येक लड़की को अलग से 11-11 हजार रुपए का शगुन भी दिया जाएगा। गरीब व असहाय परिवारों की लड़कियों के विवाह करवाने पर हर वर्ष लाखों रुपए की राशि खर्च हो जाती है परन्तु रिंटू परिवार की विशेषता है कि उन्होंने किसी अन्य से इसके लिए एक पैसा भी नहीं लिया। अमरबीर संधू ने बताया कि वह पंजाबी समाज व अपनी मातृभूमि को कभी भी भूल नहीं सकते हैं।
उन्होंने कहा कि समाज में सम्पन्न व गैर-सम्पन्न परिवारों के बीच काफी अंतर है। महंगाई के कारण गरीब व शोषित वर्ग अपने बच्चों का विवाह तो छोड़ो, भरपेट भोजन भी ले पाने में असमर्थ हैं। महंगाई के युग में अगर वह ऐसे परिवारों की मदद कर रहे हैं तो इसमें उन्हें गर्व है। समाज में लोगों का जीवन स्तर ऊंचा उठाना वह अपना फर्ज समझते हैं। इसके पीछे कोई राजनीति नहीं है। 2005 से लगातार वह इस कार्य को करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो भी गरीब परिवार अपनी बेटी की शादी के लिए उनके कार्यालय में आता है तो वहां संबंधित परिवार की छानबीन करने के बाद उसका नाम दर्ज कर लिया जाता है। हर महीने होने वाली कन्याओं की शादियों के लिए समारोह आयोजित किए जाते हैं। हमारे धर्म में भी कन्यादान को सबसे बड़ा दान कहा गया है। अगर समाज के अन्य संगठन भी कन्यादान जैसे पुण्य कार्य के लिए आगे आएं तो उन्हें खुशी होगी।