Edited By Updated: 10 Apr, 2016 07:58 PM
पंजाब के कांग्रेसी विधायकों परमिन्द्र सिंह पिंकी, सुखजिंद्र सिंह रंधावा तथा गुरकीरत सिंह कोटली ने कहा है कि...
जालन्धर(धवन): पंजाब के कांग्रेसी विधायकों परमिन्द्र सिंह पिंकी, सुखजिंद्र सिंह रंधावा तथा गुरकीरत सिंह कोटली ने कहा है कि शिरोमणि अकाली दल को नदी जल विवाद को लेकर धरने पंजाब की बजाय दिल्ली में देने चाहिए। उल्लेखनीय है कि अकाली दल ने केजरीवाल के बयान को देखते हुए पंजाब में जिला स्तर पर धरने देने की घोषणा की थी।
कांग्रेसी विधायकों ने कहा कि ऐसा लगता है कि अकाली दल तथा केजरीवाल आपस में मिले हुए हैं। केजरीवाल अकाली दल को फायदा पहुंचाने के लिए पंजाब में वोटो का विभाजन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर केजरीवाल ने नदियों का जल सभी राज्यों को जाने देने का बयान दिया है तो फिर अकाली दल को पंजाब में धरने देने की क्या जरूरत पड़ी है।
पंजाब में उनकी सरकार है, उनकी अपनी पुलिस तथा उनका अपना प्रशासन है। अगर अकाली दल की नीयत साफ होती तो वह दिल्ली में केजरीवाल के निवास स्थान के बाहर धरना देता। उन्होंने कहा कि पंजाब के पास पानी की एक भी बूंद फालतू नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि बादल तथा आम आदमी पार्टी एक साजिश के तहत पंजाबम ें खेल खेल रहे हैं। कांग्रेस ने हमेशा ही पंजाब के हक में स्टैंड लिया है।
कांग्रेसी विधायकों ने कहा कि दिल्ली में ठंडे जल की प्याऊ को केजरीवाल सरकार ने तोड़ा परन्तु अकाली दल ने दिल्ली में जाकर केजरीवाल के खिलाफ धरना तक नहीं दिया। उन्होंने बताया कि गुरुद्वारा सीसगंज के साथ वाली जगह गुरुद्वारे को पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने दी थी।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कांग्रेस राज्य में अकाली नेतृत्व तथा आम आदमी पार्टी की अंदरुनी सांठ-गांठ को घर-घर जाकर बेनकाब करेगी तथा लोगों को बताया जाएगा कि वह अकाली दल तथा आप दोनों से सतर्क रहें। दोनों ही पंजाब को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं।