Edited By Updated: 31 Jul, 2016 01:50 PM
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कै. अमरेंद्र सिंह ने आज मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को चुनौती देते हुए कहा है कि...
जालंधर(धवन): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कै. अमरेंद्र सिंह ने आज मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को चुनौती देते हुए कहा है कि वह श्री अकाल तख्त पर जाकर सौगंध खा सकते हैं कि उनकी सरकार ने 1978 में एस.वाई.एल. नहर के लिए जमीन अधिगृहित करने के आदेश जारी नहीं किए थे।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन हरियाणा के मुख्यमंत्री चौ. देवी लाल के हरियाणा विधानसभा के बयानों का रिकार्ड देख लिया जाए तो पता चलता है कि बादल ने अपने दोस्त को खुश करने के लिए एस.वाई.एल. नहर का रास्ता साफ किया था। बादल द्वारा कैप्टन पर गलत सूचना जारी करने के लगाए आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि बादल ने ही 1978 में जमीन देने के लिए नोटीफिकेशन जारी किया था।
सुप्रीमकोर्ट में भी अब एस.वाई.एल. नहर के केस को लेकर बादल गंभीर नहीं है। कै. अमरेंद्र सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद्र केजरीवाल तथा पंजाब के अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा अमृतसर में एक-दूसरे को गिरफ्तार करने की दी गई धमकियों पर टिप्पणी देते हुए कहा इन दोनों ने राजनीतिक लड़ाई का स्तर इतना गिरा दिया है कि जैसे कि बाजार में दो गली के सांड आपस में लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों ही फिक्स मैच खेल रहे हैं। अकाली जानबूझ कर आम आदमी पार्टी को मजबूती देना चाहते हैं ताकि वह कांग्रेस का खेल बिगाड़ सके। अकालियों को लगता है कि मजबूत ‘आप’ कांग्रेस को दोबारा सरकार में आने नहीं देगी परंतु इस बार अकालियों का गणित फेल हो जाएगा। ‘आप’ तथा अकाली दल श्री दरबार साहिब की तस्वीर के साथ झाड़ू को आप मैनिफैस्टों के साथ लगाने के मामले में भी जनता का ध्यान बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
कै. अमरेंद्र सिंह ने केजरीवाल व मजीठिया द्वारा एक-दूसरे को धमकियां देने पर कहा कि वह दो गुंडों की तरह व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को तो अब किसान आत्महत्याओं, बढ़ते नशों, बेरोजगारी तथा डूबती अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए आगे आना चाहिए परंतु दोनों पाॢटयों ने मर्यादा का त्याग कर दिया है। मजीठिया द्वारा केजरीवाल को व्यक्तिगत तौर पर अदालत के सम्मन पहुंचाने पर कैप्टन ने कहा कि वह जनता का ध्यान हटाने की कोशिशें कर रहे हैं। ऐसा करके वह भगवंत मान के केस से भी जनता का ध्यान हटाना चाहते हैं। जनता समझ चुकी है कि अकाली दल व आप में अंदरखाते अंडरस्टैङ्क्षडग हो चुकी है।