Edited By Updated: 29 Jul, 2016 10:25 AM
जिला जालंधर की कमिश्नरेट और देहात पुलिस में सिपाहियों की भर्ती के लिए टैस्ट का क्रम आज दूसरे दिन भी जारी रहा।
जालंधर (प्रीत, सुधीर): जिला जालंधर की कमिश्नरेट और देहात पुलिस में सिपाहियों की भर्ती के लिए टैस्ट का क्रम आज दूसरे दिन भी जारी रहा। कमिश्नरेट व देहात पुलिस में भर्ती होने आए लड़के-लड़कियों के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत फिजीकल टैस्ट लिए गए। भर्ती प्रक्रिया के दूसरे दिन कमिश्नरेट में भर्ती होने आए 338 में से सिर्फ 85 युवा ही फिजीकल टैस्ट पास कर पाए जबकि 14 युवाओं का डोप टैस्ट पॉजीटिव पाया गया।
इसी प्रकार जालंधर देहात के लिए आए 358 लड़कों में से 330 ने फिजीकल टैस्ट पास किए और 28 लड़कों का डोप टैस्ट पॉजीटिव पाए जाने के कारण टैस्ट से पहले ही चलता कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि पंजाब पुलिस द्वारा राज्य में पहली बार हरेक जिले की जरूरत के मुताबिक जिला स्तर पर ही भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। पहली बार ऐसा हो रहा है कि जिस जिले में भर्ती होनी है उसी जिले के पुलिस अधिकारियों की टीम उनके टैस्ट ले रही है।
जानकारी के मुताबिक कमिश्नरेट पुलिस में कुल 61 सिपाही भर्ती किए जाने हैं, जिसके लिए पुलिस कमिश्नर अíपत शुक्ला के निर्देशों पर हो रही भर्ती प्रक्रिया में आज दूसरे दिन 400 लड़कों को बुलाया गया था, जिसमें से 338 लड़के टैस्ट देने के लिए पी.ए.पी. की ग्राऊंड में पहुंचे। प्रक्रिया आरम्भ होते ही लड़कों के डोप टैस्ट किए गए, जिसमें 14 लड़के पॉजीटिव पाए गए। उक्त 14 लड़कों को वहीं से चलता कर दिया गया। बाकी युवाओं की दौड़, हाई जम्प और लांग जम्प करवाए गए। दिन भर हुए फिजीकल टैस्ट में सिर्फ 85 युवा ही टैस्ट पास कर पाए। इसी प्रकार जालंधर देहात में सिपाही की भर्ती एस.एस.पी. हरमोहन सिंह सिद्धू की देख-रेख में चल रही है। आज बुलाए गए 400 युवाओं में से 358 युवक टैस्ट देने पहुंचे, जिनमें से 28 युवक पहले ही डोप टैस्ट में फंस गए। जबकि बाकी 330 युवाओं ने फिजीकल टैस्ट पास किए हैं।
इसी प्रकार आई.जी. जालंधर जोन लोकनाथ आंगरा व पी.ए.पी. के कमांडैंट राजपाल सिंह संधू की देख-रेख में चल रही लड़कियों की भर्ती के लिए 323 लड़कियां अपीयर हुईं, जिसमें से सिर्फ 47 लड़कियां ही फिजीकल टैस्ट पास कर पाईं। पल-पल पर नजर रखे हैं डी.जी.पी., हो रही है वीडियोग्राफी बेशक भर्ती प्रक्रिया जिला स्तर पर की जा रही है, लेकिन भर्ती प्रक्रिया में कहां क्या हो रहा है, इस बारे में डी.जी.पी. पंजाब सुरेश अरोड़ा ऑनलाइन नजर रखे हुए हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक डोप टैस्ट पॉजीटिव आने का अर्थ यह नहीं कि युवा नशेड़ी हैं, बल्कि कुछ युवाओं ने फिजीकल टैस्ट में अपनी परफार्मैस बढ़ाने के लिए एमसीटामाईन कैप्सूल खाए। सूत्रों के मुताबिक देहात के डोप टैस्ट में फंसे 28 युवाओं में से 22 लड़कों ने कैप्सूल खाया जबकि बाकी 6 युवा नशेड़ी थे। इसी प्रकार शहर में डोप टैस्ट में फंसे 14 युवाओं में से 9 ने कैप्सूल का सेवन किया था।