Edited By Updated: 11 Jul, 2016 05:34 PM
पंजाब के लोगों की यह मानसिकता बन चुकी है कि यदि वे बेटियों के लिए विदेशी वर ढूंढेंगे तो उनकी बेटियों को पैसो की कोई कमी ..
जालंधर: पंजाब के लोगों की यह मानसिकता बन चुकी है कि यदि वे बेटियों के लिए एन.आर.आई. वर ढूंढेंगे तो उनकी बेटियों को पैसो की कोई कमी नहीं रहेगी। अगले घर जाकर राज करेंगी लेकिन ऐसी खुशी भी किस काम की, जहां पति की एक झलक पाने के लिए सारी जिंदगी ही इंतजार में निकल जाए।
ऐसीं लड़कियों के पति धोखे के साथ विवाह तो करवा लेते हैं, लेकिन पलट कर परिवार की तरफ देखते तक नहीं।इस कारण लड़कियों को दर्द के अलावा और कुछ नहीं मिलता। वह सिर्फ अपने पति का इंतजार करती ही रह जातीं हैं।एन.आर.आई. सभा के मुताबिक इस समय पंजाब में 20 हजार से ज्यादा महिलाएं अपने एन.आर.आई. दूल्हों का इंतजार कर रही हैं। इनमें से कुछ के बच्चे बड़े होकर स्कूल भी जाने लग पड़े हैं लेकिन उनके एन. आर. आई. पति लौटकर नहीं आए।
इससे निपटने के लिए पंजाब सरकार ने चाहे ही अलग से एन.आर.आई. थाने बना दिए हों, लेकिन इसका कोई हल नहीं निकल पा रहा है। पुलिस मुताबिक ऐसे प्रवासी दूल्हों के पासपोर्ट भी रद्द कर दिए जाते हैं लेकिन इसके बावजूद भी समस्या पूरी तरह खत्म नहीं हो रही है। एन.आर.आई. सभा के पास 14,000 के करीब मामले लिखित में आ चुके हैं जबकि इनकी असली संख्या 20 हजार से ज़्यादा है। वहीं जब इस संबंधित एन.आर.आई. मामलों के मंत्री तोता सिंह से पूछ गया तो उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से बड़ी समस्या है। इस संबंधि सख्त कानून बनाने की जरूरत है जिससे लड़कियों को धोखा देकर भागने वाले एन.आर.आई. दूल्हों पर लगाम कसी जा सके।