Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Oct, 2017 08:42 PM
आतंकी ग्रुप तालिबान की कैद से आजाद हुए कनाडाई नागरिक जोशुआ के दावों को तालिबान ने खारिज कर दिया....
काबुल: आतंकी ग्रुप तालिबान की कैद से आजाद हुए कनाडाई नागरिक जोशुआ के दावों को तालिबान ने खारिज कर दिया है, जिसमें उसने कहा था कि अगवा करने वाले आतंकियों ने उसके बच्चे की हत्या कर दी और परिवार की गुलामी के दौरान उसकी पत्नी के साथ बलात्कार किया और उसका गर्भपात भी करवाया।
जोशुआ और उसकी अमरीकन पत्नी कैटालन कोलमैन को 2012 में अफगानिस्तान में हाईकिंग के दौरान बंदी बनाया गया था और उसे हकानी नैटवर्क को सौंप दिया गया था। पाकिसान की मदद से बुधवार को कैदी परिवार को तीन बच्चों समेत आजाद कराया गया था।
शुक्रवार को टोरांटो पहुंचने के बाद बोइल ने बेटी की हत्या और पत्नी के साथ बलात्कार के आरोप तालिबान पर लगाए थे, जिस पर तालिबान ने कहा कि यह सभी आरोप झूठे हैं। हकानी नैटवर्क के प्रवक्ता ने कहा कि कैद के दौरान दोनों को अलग नहीं किया गया था। प्रवक्ता ने कहा कि महिला एक बार बीमार थी और इलाके में कोई डॉक्टर न होने के कारण महिला की हालत गंभीर हो गई और इस दौरान उसका कुदरती गर्भपात हुआ था।
हकानी ग्रुप के प्रमुख सिराजुदीन हकानी ने कहा कि मीडिया में आ रही खबरों का वास्तविकता के साथ कोई संबंध नहीं है। बोइल ने कुछ विवरनों पर जानकारी देते कहा था कि उसकी बेटी की हत्या और उसकी पत्नी के साथ बलात्कार 2014 में हुआ था।