Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Feb, 2018 11:09 AM
कनाडा भेजने का झांसा देकर बेंगलुरू ले जाकर कत्ल किए कलियाणपुर निवासी नौजवान पाली के परिजनों ने कातिलों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है, वहीं रविवार को गांव में पाली के परिजनों के समक्ष बेंगलुरू से लाखों रुपए देकर ट्रेवल एजैंटों के चंगुल से छूटकर...
टांडा उड़मुड़ (पंडित): कनाडा भेजने का झांसा देकर बेंगलुरू ले जाकर कत्ल किए कलियाणपुर निवासी नौजवान पाली के परिजनों ने कातिलों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है, वहीं रविवार को गांव में पाली के परिजनों के समक्ष बेंगलुरू से लाखों रुपए देकर ट्रेवल एजैंटों के चंगुल से छूटकर आए 5 लोगों में से एक व्यक्ति ने अपनी पहचान गुप्त रखते हुए ट्रैवल एजैंटों के गोरखधंधे के बारे में अहम खुलासे किए।
अपनी दास्तां सुनाते हुए उसने बताया कि वे भी पाली की तरह अपने इलाके के सब ट्रैवल एजैंट के माध्यम से दिल्ली, मुंबई होते हुए बेंगलुरू पहुंचा था। वहां पहुंचते ही ट्रेवल एजैंटों की गैंग ने मारपीट करते हुए उसे जान से मारने की धमकी दी और जबरन उसके घर फोन करवाकर कनाडा पहुंचने की झूठी सूचना दिलवा दी।
इसके साथ ही 30 लाख रुपए हड़प लिए गए । इसके बाद 7 दिसम्बर को उसे फ्लाइट से दिल्ली भेज दिया। उसने बताया कि उसी की तरह चक्क शरीफ, भोगपुर, खुर्दा और अन्य स्थानों के 5 नौजवान लाखों रुपए देकर एजैंटों की कैद से रिहा होकर आये हैं, परन्तु गांव कलियाणपुर का नौजवान सुरिन्द्र पाल सिंह (पाली) इतना खुशकिस्मत नहीं था, जिसकी लाश बेंगलुरू के थाना रामनगर इलाके में झाडिय़ों से मिली थी।
पाली के कत्ल के बाद राज्य के और भी नौजवानों के टारगेट होने के कारण पुलिस ने पाली के साले गोबिन्द के बयान के आधार पर पहले से ही ट्रैवल एजैंटों हरमिन्द्र सिंह शैली निवासी चक्क शरीफ, जे.डी. पटेल, संजीव और नरेश पटेल के खिलाफ दर्ज मामले को बेंगलुरू में दर्ज कत्ल के मामले के साथ जोड़कर आरोपियों पर दबिश बनाई है। फिलहाल अभी कोई भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। पाली की पत्नी पलविन्द्र कौर और अन्य पारिवारिक सदस्यों ने शैली और अन्य आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग दोहराई है।
ये है मामला
दोआबा के कपूरथला, फगवाड़ा, बेगोवाल, टांडा के बेट इलाके में नौजवानों को गैर कानूनी तरीके से विदेश भेजने के लिए दिल्ली, बेंगलुरू और अन्य महानगरों में बैठे ट्रैवल एजैंटों के लिए गांव-गांव सब एजैंट बैठे हैं, जो अपने हिस्से के लिए अपने क्लाइंट को आगे एजैंटों के सुपुर्द कर देते हैं। यह मामला भी ऐसा ही है परन्तु यह अपने आप में पहला मामला है कि महानगर में बैठे एजैंट अपने ही क्लाइंट को अगवाकर जोर से पैसे ऐंठ रहे हों और दहशत बनाने के लिए किसी का कत्ल कर रहे हों। इस गोरखधंधे की गंदी पिक्चर आरोपियों के गिरफ्त में आने के बाद ही साफ होगी।