Edited By Updated: 25 Apr, 2016 03:26 PM
सऊदी के शहर दमाम में बंधक बन घोर नारकीय जीवन गुजारने को मजबूर रहे होशियारपुर के गांव डिगाना कलां
होशियारपुर(अमरेन्द्र): सऊदी के शहर दमाम में बंधक बन घोर नारकीय जीवन गुजारने को मजबूर रहे होशियारपुर के गांव डिगाना कलां का रहने वाला युवक हरिराम पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना की सहायता से सकुशल अपने घर लौटने में कामयाब रहा।
रविवार को अपने परिवार के बीच हरिराम ने सऊदी में डेढ़ साल गुजारे अपने भयावह दिनों को याद कर बताया कि पूर्व सांसद अविनाश खन्ना के प्रयासों के बाद ही भारतीय उच्चायोग ने कंपनी के साथ बातचीत कर 22 भारतीयों के साथ हमें पासपोर्ट व बीजा उपलब्ध करवा दिल्ली को आने वाली फ्लाइट में बिठा दिया।
हरिराम ने बताया कि पिछले डेढ़ सालों से कपंनी ने बंधक बनाया हुआ था, यहां तक कि खाने-पीने के लिए भी कुछ नहीं दिया जाता था। तड़प-तड़प कर दिन काटने को मजबूर थे। सऊदी के दमाम स्थित एम.एम.जी. कंपनी में अभी भी 22 भारतीय, जिनमें फगवाड़ा के बलविन्द्र सिंह व नंगल के रामकिशोर शामिल हैं, घर लौटने को बेसब्री से मदद के इंतजार में हैं।
पोते को सलामत देख फूट-फूट कर रो पड़ी दादी: डिगाना कलां गांव में रविवार को अपने पोते हरिराम को सही सलामत देख 100 वर्षीया दादी करतार कौर फूट-फूट कर रो पड़ी। पास ही बैठे पिता मोहिन्द्र पाल, मां हरभजन कौर व पत्नी ईशा रानी ने कहा कि हमें खुशी है कि हरिराम घर लौट आया है। हरिराम अपनी घर की गरीबी दूर करने के लिए 4 साल पहले सऊदी अरब गया था लेकिन हमें क्या पता था कि कंपनी के कैंप में पिछले डेढ़ सालों से भूखे-प्यासे रह बंधक बन उसे घोर नारकीय जीवन गुजारने को मजबूर होना पड़ेगा।