Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Feb, 2018 08:51 AM
जिला होशियारपुर के समीपवर्ती गांवों का दूषित पेयजल पवित्र बेईं में न जाए इसके लिए पंचायतों को प्रयास करने होंगे। उक्त विचार पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन काहन सिंह पन्नू ने आज यहां दूषित पानी की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की रिव्यू...
होशियारपुर(जैन): जिला होशियारपुर के समीपवर्ती गांवों का दूषित पेयजल पवित्र बेईं में न जाए इसके लिए पंचायतों को प्रयास करने होंगे। उक्त विचार पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन काहन सिंह पन्नू ने आज यहां दूषित पानी की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की रिव्यू बैठक के दौरान व्यक्त किए। बैठक में जिलाधीश विपुल उज्जवल व प्रमुख वातावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल भी शामिल हुए।
पन्नू ने आगे कहा कि पवित्र बेईं की पवित्रता बरकरार रखने के लिए सबको एकजुटता से प्रयास करने होंगे। वर्ष 2019 के दौरान पंजाब सरकार द्वारा श्री गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाशोत्सव मनाया जा रहा है। इसलिए प्रत्येक नागरिक का फर्ज बनता है कि बेईं की पवित्रता को बरकरार रखने में योगदान दे। श्री पन्नू ने कहा कि जिला होशियारपुर के ब्लॉक टांडा के 9, ब्लॉक दसूहा के 10 व ब्लॉक मुकेरियां का एक गांव पवित्र बेईं के क्षेत्र में आता है। इनमें से 12 गांवों में छप्पड़ों का काम मुकम्मल हो चुका है।
इस मौके जिलाधीश विपुल उ’’वल ने एस.डी.एम. दसूहा को निर्देश दिए कि संबंधित गांव निवासियों से सम्पर्क कर उन्हें पवित्र बेईं में दूषित जल डालने से रोकें। संत बलबीर सिंह सींचेवाल ने कहा कि वे अपने तौर पर दूषित जल पवित्र बेईं में न जाएं, इसके लिए प्रयास कर रहे हैं ताकि बेईं की पवित्रता सदैव बरकरार रखी जा सके। बैठक में एस.डी.एम. दसूहा हिमांशू अग्रवाल, पी.सी.एस. अंडर ट्रेङ्क्षनग अमित सरीन, संत सुखजीत सिंह, डी.डी.पी.ओ. सर्बजीत सिंह बैंस, एक्सियन पंचायती राज रघुवीर सिंह लूना के अलावा अन्य संबंधित अधिकारी व प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी भी मौजूद थे।