Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Mar, 2018 12:29 PM
सरकार द्वारा कालेज शिक्षकों को लगातार नजरअंदाज किए जाने से खफा कालेज प्राध्यापकों ने डी.ए.वी. कालेज में धरना देकर खूब नारेबाजी की।
होशियारपुर (जैन): सरकार द्वारा कालेज शिक्षकों को लगातार नजरअंदाज किए जाने से खफा कालेज प्राध्यापकों ने डी.ए.वी. कालेज में धरना देकर खूब नारेबाजी की। पंजाब एंड चंडीगढ़ टीचर्ज यूनियन के यूनिट सचिव प्रो. जुगल किशोर के नेतृत्व में दिए गए इस धरने में टीङ्क्षचग व नॉन-टीङ्क्षचग स्टाफ शामिल हुआ। धरने को संबोधित करते हुए प्रो. जुगल किशोर के साथ प्रो. पूजा वशिष्ठ, प्रो. संजीव घई व डा. कुलवंत राणा ने कहा कि सरकार गैर-सहायता प्राप्त कालेजों से सौतेला व्यवहार कर रही है।
क्या हैं शिक्षकों की मांगें
*ग्रांट समय पर जारी की जाए।
*यू.जी.सी. के निर्देशों पर 7वें वेतन आयोग की रिपोर्ट को तुरंत लागू किया जाए।
*ठेके पर काम कर रहे प्राध्यापकों को बिना देरी नियमित किया जाए।
*उन्हें दस्तावेज अटैस्ट करने के अधिकार दिए जाएं।
*अस्थायी पदों पर काम कर रहे प्राध्यापकों को सर्विस एक्ट तहत लाया जाए तथा रिफ्रैशर कोर्सों की समय-सीमा में छूट दी जाए।
चुनाव में सिखाएंगे सबक
वक्ताओं ने चेतावनी दी कि अगर उपरोक्त मांगें स्वीकार न की गईं तो परीक्षाओं का बायकाट किया जाएगा। वक्ताओं ने कहा कि अगर सरकारें उनकी इसी प्रकार अनदेखा करती रहीं तो पंचायती चुनाव व आने वाले लोकसभा चुनाव में शिक्षक संघर्ष तेज कर अपना विरोध जताएंगे।