Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Feb, 2018 07:22 AM
पंजाब में बिजली की स्थिति में सुधार लाने की दिशा में सरकार ने एक ही झटके में मुफ्त बिजली का लाभ उठा रहे कुल 12 लाख में से अब तक 1 लाख अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़े वर्ग, गरीबी रेखा से नीचे व फ्रीडम फाइटर उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली की सुविधा बंद कर दी...
होशियारपुर (अमरेन्द्र): पंजाब में बिजली की स्थिति में सुधार लाने की दिशा में सरकार ने एक ही झटके में मुफ्त बिजली का लाभ उठा रहे कुल 12 लाख में से अब तक 1 लाख अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़े वर्ग, गरीबी रेखा से नीचे व फ्रीडम फाइटर उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली की सुविधा बंद कर दी है। चीफ इंजीनियर (कमॢशयल) अरुण गुप्ता ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा किपिछले साल जिन कंज्यूमर्स ने 3,000 यूनिट से अधिक बिजली इस्तेमाल की है, ऐसे लगभग 1 लाख उपभोक्ताओं की सुविधा बंद कर दी गई है। पावरकॉम के इस फैसले से अब तक होशियारपुर जिले के 1,921 उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली सुविधा से बाहर कर उनको अब बिल थमा दिए गए हैं।
सुविधा पर लगातार उठ रहे थे सवाल
गौरतलब है कि पंजाब सरकार मुफ्त बिजली की सुविधा तहत 1 किलोवॉट के लोड पर प्रति माह 200 यूनिट मुफ्त बिजली दे रही थी। इस योजना का फायदा उठा रहे लोगों ने एक ही घर में अलग-अलग मीटर लगाकर सरकार की आंखों में धूल झोंकना शुरू कर दिया था। ऐसे में सरकार ने पूरे पंजाब में इस सुविधा का लाभ उठा रहे 12 लाख उपभोक्ताओं की वैरीफिकेशन करवाई तो देखा कि लाखों की संख्या में परिवार साल में 2,400 की बजाय 3,000 से भी अधिक बिजली यूनिट खर्च कर रहे हैं। सरकार ने मीटर रीङ्क्षडग को आधार बना राज्य के करीब 1 लाख के करीब अनुसूचित जाति, पिछड़े वर्ग, फ्रीडम फाइटर और गरीबी रेखा तहत आने वाले उपभोक्ताओं को इस बार पूरे बिजली के बिल भेज दिए।
इस बार आया 3,800 रुपए का बिल
पावरकॉम होशियारपुर सर्कल के कैश काऊंटर पर इन दिनों इस सुविधा से वंचित परिवारों के लोग हैरान-परेशान होकर काऊंटर क्लर्क से सवाल-जवाब करते नजर आ रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि पहले हर 2 महीने बाद आने वाले बिल में से 400 यूनिट बिजली माफ होती थी और बिल 100-200 रुपए ही आता था परंतु इस बार बिल 3,800 रुपए आया है। पिछले 10 साल से उनको कभी इतना बिल नहीं आया, फिर अब क्यों?
क्या कहते हैं पावरकॉम के डिप्टी चीफ इंजीनियर
जब इस संबंध में डिप्टी चीफ इंजीनियर (होशियारपुर सर्कल) इंजी. एच.एस. सैनी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पिछले साल जिन उपभोक्ताओं ने 3,000 यूनिट से अधिक बिजली इस्तेमाल की है, ऐसे उपभोक्ताओं की सुविधा बंद कर दी गई है। पंजाब इलैक्ट्रीसिटी रैगुलैटरी कमिशन की ओर से यह कंडीशन तय की गई थी। इस कंडीशन में कहा गया है कि उपभोक्ता का लोड 1 किलोवॉट से कम होना चाहिए परंतु कुछ परिवार इस स्कीम का गलत लाभ ले रहे थे जिनकी पहचान कर पावरकॉम ने अब यह सुविधा बंद कर दी है।