Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jan, 2018 07:33 PM
शिमला घूमने जाने वाले सैलानियो के लिए शिमला जिला प्रशासन द्वारा जरूरी हिदायते जारी की गई हैं। डिप्टी कमिश्नर संगरूर अमरप्रताप सिंह विर्क ने सैलानियो से अपील की कि वह शिमला घूमने जाने से पहले हिदायतो की...
संगरूर(बेदी): शिमला घूमने जाने वाले सैलानियों के लिए शिमला जिला प्रशासन द्वारा जरूरी हिदायतें जारी की गई हैं। डिप्टी कमिश्नर संगरूर अमरप्रताप सिंह विर्क ने सैलानियों से अपील की कि वह शिमला घूमने जाने से पहले हिदायतों की पूर्ण तौर पर पालना करनी यकीनी बनाएं। उन्होंने बताया कि सैलानी किसी भी हंगामी स्थिति में जिला प्रशासन शिमला द्वारा स्थापित जिला एमरजैंसी ऑपरेशन सैंटर के 24 घंटे कार्यशील टैलीफोन नंबरों 0177-2800880-83 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हर वर्ष सर्दी के मौसम दौरान शिमला में भारी बर्फ पड़ती है। इस मौसम के दौरान लाखों की गिनती मे सैलानी शिमला घूमने व वहां पड़ती बर्फबारी का आनंद लेने के लिए जाते हैं। उच्च पहाड़ी पर स्थित इस केंद्र पर जब भारी बर्फबारी होती है तो बड़ी तादाद में सैलानी पहुंच जाते हैं, जिससे आम जन जीवन काफी प्रभावित होने लगता है।
इस कारण शिमला जिला प्रशासन को काफी चुनौतियां जैसे कि यातायात की समस्या, सड़क हादसे, सेहत सुविधाएं, होटलों में कमरों की अनुपस्थिति, बिजली और पानी की कमी आदि का सामना करना पड़ता है। इन सभी परेशानियों को कम करने के लिए जिला प्रशासन शिमला द्वारा पंजाब, चंडीगढ़ व हरियाणा के प्रशासन से सहयोग की मांग की है। इस सम्बन्धित कुछ जरूरी हिदायतें जारी की गई हैं। उनके द्वारा जारी की हिदायतानुसार घूमने आने से पहले सैलानी बाकायदा होटलों या गेस्ट हाउसों में बुकिंग करवा कर ही आएं क्योंकि मौके पर कमरे न मिलने के कारण सैलानियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। जब शिमला में बर्फ पड़ती है तो यह आम तौर पर 3-4 दिनों तक रहती है। इसके इलावा शिमला के साथ लगते इलाकों कुफरी, नारकंडा आदि स्थानों पर भी बर्फ पड़ती है।
भारी बर्फबारी में गाड़ी चलाना खतरनाक है और कई बार घातक दुर्घटनाएं भी हो जाती है। इसलिए सैलानियों को सफर हमेशा दिन के समय ही करना चाहिए और अकेले ड्राइविंग करने से भी संकोच करना चाहिए और शिमला घूमने जाते समय पर हमेशा तजुर्बेकार और समझदार चालक ही साथ लेकर जाना चाहिए। ठंड से बचने के लिए सैलानियों को गर्म कपड़े, कंबल, गर्म पानी, दूध और अन्य पदार्थ अपने साथ लाने चाहिएं और सैलानी हो सके तो छोटे बच्चे और बुजुर्गो को अपने साथ लाने से भी संकोच करे। भारी बर्फबारी दौरान सैलानियों को अपने वाहनों को एक तरफ रोककर पार्किंग लाईटों को चालू कर देना चाहिए। यदि किसी कारण लंबा समय रुकना भी पड़े तो प्रत्येकदस मिनट के समय बाद वाहन के इंजन को चालू कर लेना चाहिए। इंजन चालू करते समय वाहन के शीशे थोड़े -थोड़े खोल लेने चाहिएं ताकि वाहन के अंदर कार्बन मोनोआक्साईड गैस पैदा न हो सके।