Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jan, 2018 12:58 PM
सांझा अध्यापक मोर्चा द्वारा अपनी लटक रही मांगों की पूॢत हेतु आज रोष मार्च निकालने के बाद शिक्षा मंत्री अरुणा चौधरी के निवास के बाहर सड़क पर विशाल धरना देकर पंजाब सरकार के विरुद्ध भारी प्रदर्शन किया।
दीनानगर (कपूर): सांझा अध्यापक मोर्चा द्वारा अपनी लटक रही मांगों की पूॢत हेतु आज रोष मार्च निकालने के बाद शिक्षा मंत्री अरुणा चौधरी के निवास के बाहर सड़क पर विशाल धरना देकर पंजाब सरकार के विरुद्ध भारी प्रदर्शन किया।
पंजाब के सभी जिलों से पहुंचे अध्यापकों द्वारा मंत्री की कोठी के बाहर धरना व प्रदर्शन करने से पहले दशहरा ग्राऊंड में रोष रैली भी आयोजित की गई, जिसे सम्बोधित करते हुए सांझा अध्यापक मोर्चा के कन्वीनरों भूपिन्द्र सिंह, सुखविन्द्र सिंह चाहल, बलकार सिंह वल्टोहा, कुलवंत सिंह गिल तथा सुखराज काहलों ने अपने सम्बोधन में अध्यापकों की मांगों को तुरन्त पूरा करने की मांग की। वक्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग के सैक्रेटरी कृष्ण कुमार की शह पर निजीकरण के अलावा अन्य नादरशाही फैसले लिए जा रहे हैं जिस कारण स्कूलों में शिक्षा का स्तर नीचा हो रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों की तरफ अभी भी ध्यान न दिया गया तो वे 18 फरवरी को दीनानगर क्षेत्र में झंडा मार्च निकालेंगे।
क्या हैं सांझा अध्यापक मोर्चे की मांगें
शिक्षा विभाग व सोसायटियों के समूह कच्चे व ठेका आधारित अध्यापकों को विभाग द्वारा पूरे वेतन स्केल पर पक्का करना, मिडल स्कूलों में जबरन अध्यापकों की असामियों को समाप्त करना, सरकारी प्राइमरी स्कूलों को बंद करना, विद्याॢथयों को सैल्फ परीक्षा केन्द्रों की बजाय अन्य स्कूलों में शिफ्ट करने से परेशान करना, विद्यार्थियों को मियारी यूनिफार्म न देना, बदलियों में सियासी दखलअंदाजी बंद करना, महंगाई भत्ता तथा पे कमिशन की रिपोर्ट जारी न करना, अध्यापकों को ब्रिज कोर्स थोपना आदि।