Edited By Updated: 28 Sep, 2016 12:45 PM
गांव कोटला मूसा के एक नौजवान की गुरदासपुर सैंट्रल जेल में हालत बिगडने से उपचार दौरान मौत हो गई।
कादियां(नैयर): गांव कोटला मूसा के एक नौजवान की गुरदासपुर सैंट्रल जेल में हालत बिगडने से उपचार दौरान मौत हो गई।
मृतक की माता दलजीत कौर ने बताया कि 21 सितम्बर को वह अपनी बहन मनजीत कौर पत्नी मंगल सिंह निवासी बटाला के साथ गुरदासपुर सैंट्रल जेल में रविन्द्र सिंह को मिलने गई थी।
इस दौरान जेल प्रबंधकों ने उन्हें बताया कि रविन्द्र सिंह नामक कोई नौजवान जेल में नहीं है। इसके उपरांत वे भड़क गए और शोर मचाया कि कोर्ट ने तो रविन्द्र सिंह को 16 सितम्बर को जेल भेज दिया था। मामले की गम्भीरता को देखते हुए आखिर जेल प्रशासन ने साढ़े 6-7 बजे के बाद उनके बेटे रविन्द्र सिंह को बेहोशी की हालत में उनके सामने पेश किया। उस समय उसकी हालत काफी गम्भीर थी। उन्होंने जेल प्रशासन को उसके उपचार हेतु अस्पताल ले जाने का आग्रह किया लेकिन जेल प्रशासन ने अंदर ही उसका उपचार होने की बात कहकर उसको अस्पताल भेजने से इंकार कर दिया।
दलजीत कौर ने बताया कि अगले दिन उन्होंने अदालत बटाला में एक प्रार्थना-पत्र देकर रविन्द्र सिंह के उपचार हेतु आदेश प्राप्त करके जेल प्रशासन गुरदासपुर को दिए, जिसके उपरांत जेल प्रशासन उसको पहले सिविल अस्पताल बबरी व बाद में सिविल अस्पताल गुरदासपुर ले गया। डाक्टरों द्वारा रविन्द्र सिंह की हालत को देखते हुए उसे गुरु नानक अस्पताल अमृतसर रैफर कर दिया गया जहां उसकी उपचार दौरान 26 सितम्बर को करीब 10 बजे मौत हो गई।
मृतक के पारिवारिक सदस्यों ने रविन्द्र पर तशद्दद करके मारने का आरोप लगाया है। मृतक के पारिवारिक सदस्यों ने रविन्द्र सिंह की जेल व पुलिस की निगरानी में हुई मौत की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की। इस संबंधी जब जेल अधिकारी हरजिन्द्र सिंह से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि जेल में किसी पर तशद्दद नहीं की जाती। रविन्द्र सिंह को बीमारी की हालत में उपचार हेतु गुरु नानक अस्पताल अमृतसर भेज दिया गया था, जहां उसकी मौत हो गई।