Edited By Updated: 22 Aug, 2016 03:14 PM
सिविल अस्पताल में 2 वर्षीय बच्चे के ...
गुरदासपुर(विनोद, दीपक, नवीन): सिविल अस्पताल में 2 वर्षीय बच्चे के अपहरण की योजना को बच्चे के परिजनों ने ही असफल बना दिया। उन्होंने आरोपी की जमकर पिटाई करते हुए सिविल अस्पताल के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया।
जानकारी अनुसार सुखदेव सिंह निवासी टांडा की पत्नी पूनम देवी ने सिविल अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया। उसका 2 वर्षीय बच्चा अभिमन्यु भी अस्पताल में उसके साथ ही था। गत रात लगभग 11.30 बजे अभिमन्यु अस्पताल में ही खेलते समय अचानक गायब हो गया।
पूनम द्वारा शोर मचाने पर उसके पति सुखदेव सिंह सहित अन्य लोगों ने अस्पताल के बाहर भागदौड़ की तो एक व्यक्ति को अभिमन्यु को ले जाते हुए देखा। लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई करते हुए सिविल अस्पताल प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। मौके पर पहुंची पुलिस आरोपी को सिटी पुलिस स्टेशन ले गई।
वहीं सिटी पुलिस स्टेशन इंचार्ज राजबीर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जांच में यह मामला कुछ और ही पाया गया है। उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति अभिमन्यु को लेकर जा रहा था वह लखविन्द्र सिंह पुत्र अजीत सिंह निवासी नवांपिंड बहादुर था। जब उससे पूछताछ की गई तो पता चला कि वह दिमागी रूप में कमजोर है। वह कुछ भी बता नहीं रहा था।
उसके परिजनों को सूचित किया गया।उसके पिता अजीत सिंह ने बताया कि लखविन्द्र सिंह ट्रक ड्राइवर रह चुका है। बीते कुछ समय से वह मानसिक रूप मे बहुत ही कमजोर है । उसे हर समय एक कमरे में बंद कर रखा जाता है। गत दिवस सायं उनकी बेटी जब घर में अकेली थी तो वह उसे धोखा देकर घर से निकल आया। वह रात भर उसकी तलाश करते रहे तथा पुलिस की सूचना मिलने पर पता चला कि वह सिटी पुलिस स्टेशन में बंद है।