Edited By Updated: 04 Feb, 2016 02:58 PM
पिछले माह एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद यहां की सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता किए जा रहे हैं।
पठानकोट: पिछले माह एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद यहां की सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता किए जा रहे हैं। एयरफोर्स की तरफ से एक पत्र के द्वारा कहा गया है कि एयरबेस स्टेशन की चारदीवारी के सौ मीटर घेरे में कोई निर्माण नहीं होगा। वहां पहले से बने घरों को भी गिरा दिया जाएगा। इसके इलावा हथियारों वाले गोदामें से 900 मीटर के अंदर कोई भी निर्माण नहीं होगा।
एयरफोर्स के इस फैसले संबंधी मिले पत्र के बाद डिप्टी कमिश्नर के निर्देशों पर नगर निगम ने सर्वे शुरू कर दिया है। इस सर्वे ने एयरबेस की चारदीवारी के साथ लगते घरों में रहने वाले परिवारों को चिंता में डाल दिया है।
पठानकोट नगर निगम की हद में आते ढाकी कालोनी और धीरा कालोनी के इलावा गांव नौशहरा नालबंदा, अकालगढ़, स्वर्ण कलां, एेमा चांगा और दरशेरपुर का ज्यादातर हिस्सा एयरबेस के पाबंदीशुदा इलाको में आता है।
हालांकि एयरफोर्स ने पहले भी 28 दिसंबर 2014 और 17 दिसंबर 2015 को उक्त इलाके के वह हिस्से खाली करवाने के लिए प्रशासन को पत्र लिखे थे, जो सेना के अधिकार में हैं । पर इस पर कोई कार्रवाई नहींं हुई। अब सेना ने फिर 11 जनवरी 2016 को उक्त इलाके खाली करवाने के लिए पत्र लिखा है।
उधर,ए.डी.सी. कम कमिशनर नगर निगम कुमार सौरभ ने कहा है कि सर्वे शुरू हो चुका है, जिसकी रिपोर्ट जल्दी ही आ जाएगी। पर निगम सीधी कार्रवाई करन के समर्थन में नहीं। एयरफोर्स स्टेशन की सुरक्षा ज़रूरी है परन्तु नागरिकों के कानूनी अधिकारों की सुरक्षा को भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता।