Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Feb, 2018 10:26 AM
अज्ञात लोगों द्वारा गांव थरियाल में माधोपुर-ब्यास लिंक नहर के किनारे सेना के रिटायर्ड नायब सूबेदार राम बली (70) पुत्र पुराने निवासी थरियाल की परने से गला घोंट की हत्या के मामले में चौथे दिन भी आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग सका है, वहीं जिला पुलिस...
सुजानपुर/माधोपुर(ज्योति): अज्ञात लोगों द्वारा गांव थरियाल में माधोपुर-ब्यास लिंक नहर के किनारे सेना के रिटायर्ड नायब सूबेदार राम बली (70) पुत्र पुराने निवासी थरियाल की परने से गला घोंट की हत्या के मामले में चौथे दिन भी आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग सका है, वहीं जिला पुलिस अभी तक इस अंधे कत्ल को सुलझाने में पूर्ण रूप से असफल रही है।
वहीं राम बली की जिस जगह पर हत्या हुई है वहां पर 1-2 दिन पूर्व कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को देख राम बली ने पूछताछ की थी। पूछताछ दौरान उन लोगों ने बताया था कि वह यहां पर अपने बकरवालों से मिलने आए हैं। राम बली द्वारा बकरवालों से पूछने पर उन्होंने झूठ बोला था कि उनसे मिलने कोई नहीं आया था। सख्ती से पुलिस की ओर से पूछने पर उन्होंने कहा था कि वे संदिग्ध व्यक्ति उनके पास आए थे।
वहीं राम बली की हत्या के एक दिन बाद बकरवालों द्वारा वहां से अपना डेरा हटाकर अज्ञात स्थान पर चले जाने से उन लोगों पर शक की सुई जा रही है। इस संबंधी जब सेना के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि माधोपुर सैन्य क्षेत्र होने के कारण संवेदनशील क्षेत्र है। सेना की ओर से अपने क्षेत्र में लगाए सी.सी.टी.वी. फुटेज पुलिस को मुहैया करवा दिए गए हैं। पुलिस ने फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
वहीं सैन्य अधिकारी ने बताया कि राम बली की हत्या वाले दिन की सी.सी.टी.वी. फुटेज में एक व्यक्ति अवश्य दिख रहा है जो कि बकरियों को हटा रहा है परंतु अधिक दूरी होने के कारण उसकी पहचान नहीं हो सकी। उसकी सेना की ओर से जांच की जा रही है ताकि उस व्यक्ति की पहचान हो सके।
पुलिस ने उठाए घटनास्थल के आसपास के मोबाइल फोन के डम्प
राम बली की हत्या संबंधी जब शाहपुरकंडी थाना प्रभारी के.पी. सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके साथ एस.पी. (डी) सहित सी.आई.ए. इंचार्ज व डी.एस.पी. धारकलां मामले की प्रत्येक एंगल से जांच कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि राम बली के परिजनों ने उनकी हत्या पर जिन लोगों पर संदेह व्यक्त किया था व पुलिस के रिकार्ड में जो व्यक्ति संदिग्ध थे उनमें से करीब 11 बकरवालों से पूछताछ की गई है लेकिन अभी तक हत्या संबंधी कोई अहम सुराग नहीं मिल सका है। उन्होंने बताया कि हत्या वाले दिन घटनास्थल के आसपास के मोबाइल फोन के डम्प उठाए गए हैं।