Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Feb, 2018 10:40 AM
पंजाब सरकार तो आदर्श स्कूल व मैरिटोरियस स्कूल खोलने के साथ-साथ शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए कई तरह के समय-समय पर दावे कर रही है। अब तो पंजाब सरकार ने यह भी कहना शुरू कर दिया है कि शिक्षा में पंजाब देश भर में तीसरे स्थान पर है परंतु यदि सीमावर्ती...
गुरदासपुर (विनोद): पंजाब सरकार तो आदर्श स्कूल व मैरिटोरियस स्कूल खोलने के साथ-साथ शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए कई तरह के समय-समय पर दावे कर रही है। अब तो पंजाब सरकार ने यह भी कहना शुरू कर दिया है कि शिक्षा में पंजाब देश भर में तीसरे स्थान पर है परंतु यदि सीमावर्ती इलाकों में जाकर देखा जाए तो आज शिक्षा संबंधी स्थिति पंजाब सरकार द्वारा किए जाने वाले दावों से पूरी तरह से उल्ट है।
जिला गुरदासपुर मे रावी दरिया के पार बसे लगभग आधा दर्जन से अधिक गांवों के लोगों के लिए शिक्षा संबंधी मिली सुविधाओं पर यदि गहनता से नजर दौड़ाई जाए तो सरकार द्वारा शिक्षा संबंधी किए जा रहे हर तरह के दावे पूरी तरह से गलत प्रमाणित होते हैं। जानकारी के अनुसार रावी दरिया के पार भारतीय इलाका भरियाल में लगभग 45 साल पहले एक मिडल स्कूल बनाया गया था। इस स्कूल को अपग्रेड करने संबंधी हर सरकार के शासन में मांग उठी। बेशक इस इलाके में अधिकतर समय कांग्रेस पार्टी का ही विधायक बना है परंतु 3 बार भाजपा का विधायक भी बना परंतु उसके बावजूद लगभग 45 साल बीत जाने के बावजूद यह स्कूल आज तक अपग्रेड नहीं हुआ।
यही कारण है कि इस इलाके के बच्चों को 8वीं की शिक्षा पूरी करने के बाद दीनानगर, बहरामपुर या अन्य शहरों मे शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाना पड़ता है। जब बरसात का मौसम होता है तो रावी दरिया पर बना पलटून पुल भी खोल दिए जाने के कारण इस इलाके के लोगों के लिए केवल किश्ती ही एकमात्र साधन रह जाती है परंतु दरिया में पानी अधिक होने के कारण यह किश्ती भी दरिया में नहीं डाली जाती। अधिकतर बच्चे तो मिडल की शिक्षा पूरी करने के बाद शिक्षा ग्रहण करना ही छोड़ देते हैं।
लड़कियों के लिए दरिया पार कर प्रतिदिन शिक्षा ग्रहण करने के लिए आना किसी भी तरह से ठीक नहीं है। इस इलाके के लोगों का कहना है कि इस संबंधी समय-समय पर बने विधायकों को सारी जानकारी दी जाती है तथा हर चुनाव में हमें स्कूल अपग्रेड करने का वायदा किया जाता है, परंतु आज तक हुआ कुछ नहीं। बरसात के दिनों में जब यह इलाका देश से पूरी तरह कट जाता है तो मिडल स्कूल में अध्यापकों का आना भी मुश्किल हो जाता है। लोगों ने फिर स्कूल को अपगे्रड करने की मांग की है।