गुरदासपुर(विनोद, दीपक): अपने प्रेम संबंधों को सफल बनाने तथा अपने प्रेमी से विवाह करवाने के चक्कर में नकली सहायक पुलिस इंस्पैक्टर बनी लड़की को सिटी पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। गिरफ्तार लड़की बी.सी.ए.पास है।
इस संबंधी जानकारी देते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जगदीप सिंह हुंदल ने बताया कि आज किसी मुखबिर ने सिटी पुलिस स्टेशन इंचार्ज राजबीर सिंह को सूचित किया कि शहर में एक लड़की सहायक पुलिस इंस्पैक्टर की वर्दी पहन कर घूम रही है। वह यकीनी रूप में नकली सहायक पुलिस इंस्पैक्टर है। इस सूचना के आधार पर सभी नाकों पर सूचित कर इस लड़की को पकडऩे के लिए अभियान चलाया गया। सिटी पुलिस स्टेशन में तैनात सहायक पुलिस इंस्पैक्टर पलविन्द्र सिंह ने शक के आधार पर एक पुलिस वर्दी पहने लड़की को रोक कर उससे पहचान- पत्र मांगा तो वह पहचान-पत्र नहीं दिखा सकी, जिस पर उसे सिटी पुलिस स्टेशन लाकर पूछताछ की गई तो मामला प्रेम संबंधों का निकला।
जिला पुलिस अधीक्षक जगदीप सिंह हुंदल ने इस संबंधी विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि पकड़ी गई लड़की ने अपनी पहचान कमलजीत कौर पुत्री बलकार सिंह निवासी चिट्टा कटरा, कलानौर बताई। कमलजीत से पूछताछ में स्वीकार किया कि वह अपने ही गांव के एक लड़के भूपिन्द्र सिंह से प्रेम करती है तथा उससे विवाह करवाना चाहती है, परंतु उसका प्रेमी तथा उसके परिवार वाले सरकारी नौकरी करने वाली लड़की से विवाह करना चाहते थे। इस बात से परेशान लड़की कमलजीत कौर ने अपने प्रेमी को बताया कि वह पुलिस में सहायक पुलिस इंस्पैक्टर की नौकरी प्राप्त कर चुकी है तथा उसकी ड्यूटी अमृतसर में है। इस संबंधी वह कभी-कभी वर्दी पहन कर कलानौर आती थी तथा अपने प्रेमी तथा परिवार वालों को भी यही कहती थी कि वह पुलिस में सहायक पुलिस इंस्पैक्टर है।
एस.एस.पी. ने बताया कि कमलजीत कौर ने पूछताछ में स्वीकार किया कि आजकल पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती भी चल रही है। उसके प्रेमी भूपिन्द्र सिंह ने पुलिस कांस्टेबल की भर्ती के लिए फार्म भरा हुआ है। आज उसने भूपिन्द्र सिंह से यह कहा था कि वह पुलिसलाइन गुरदासपुर से उसका नंबर आदि पता करेगी तथा उसके बाद यदि मदद हो सकी तो जरूर करेगी। इस संबंधी वह आज पुलिसलाइन में भी गई तथा वहां जाकर उसने पुलिस कर्मचारियों को अपने आपको सहायक पुलिस इंस्पैक्टर के रूप में परिचित करवाया। वहां से वह बातचीत कर निकलने में सफल हो गई, परंतु बाद में पोस्ट ऑफिस चौक में पकड़ी गई।
एस.एस.पी. हुंदल ने बताया कि अभी तक की पूछताछ से यह लगता है कि कमलजीत कौर ने वर्दी की आड़ में किसी से कोई ठगी नहीं की। उसने 2015 में बी.सी.ए. पास की थी। तब से ही वह बेरोजगार है। उसने यह जुर्म केवल अपने प्रेमी से विवाह करवाने के लिए किया, परंतु पुलिस वर्दी का दुरुपयोग उसने जरूर किया है। उन्होंने बताया कि कमलजीत कौर के परिवार वाले आज भी यही समझते थे कि उनकी बेटी पुलिस में नौकरी करती है तथा पुलिस अधिकारी उसे गलत केस में फंसा रहे हैं।