Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jan, 2018 02:21 PM
मुदकी के पुराने मुख्य मार्ग पर शहरी क्षेत्र में पानी की निकासी के उचित प्रबंध न होने के चलते इसकी मौजूदगी खतरे में पड़ चुकी है। बता दें कि जब कभी भी वर्षा होती है तो पूरी सड़क जलमग्र हो जाती है। विकास का ढिंढोरा पीटने वाले अकालियों के 10 वर्ष भी...
मुदकी(हैप्पी): मुदकी के पुराने मुख्य मार्ग पर शहरी क्षेत्र में पानी की निकासी के उचित प्रबंध न होने के चलते इसकी मौजूदगी खतरे में पड़ चुकी है। बता दें कि जब कभी भी वर्षा होती है तो पूरी सड़क जलमग्र हो जाती है। विकास का ढिंढोरा पीटने वाले अकालियों के 10 वर्ष भी निकल गए लेकिन ‘राज नहीं सेवा’ के एक दशक में भी वह मुख्य मार्ग पर पानी की निकासी के उचित प्रबंध नहीं कर पाए। हालांकि नगर पंचायत पर अभी भी अकालियों का ही कब्जा है जबकि प्रदेश के सत्तासीन कांग्रेस सरकार का भी एक वर्ष पूरा होने को कहा, लेकिन शहर की इस बड़ी समस्या की ओर किसी का ध्यान नहीं है।
मामला बता दें कि जब कभी वर्षा होती है तो पानी की निकासी के उचित प्रबंध न होने के चलते वर्षा का पानी दुकानों के अंदर घुस जाता है जिससे उनका काफी आॢथक नुक्सान हो जाता है। अब यह पानी सड़कों को तोडऩे में कितनी देर लगाता है यह सभी को पता है। पूर्व में भी एक दशक तक शहरवासी नर्क भोग चुके हैं। मुदकी निवासियों को स्मरण होना चाहिए कि 1995-96 में टूटी इस सड़क की मुरम्मत 2004 में जाकर हुई थी। दुकानदारों, राहगीरों व अन्य लोगों द्वारा करीब एक दशक तक नारकीय जीवन बिताया गया था और आज फिर वही हालात बनने को हैं लेकिन सरकारी तंत्र है कि इस मामले में कतई गंभीर नहीं है। अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो लोग फिर से नर्क भोगने को तैयार हो जाएं।
नगर पंचायत अध्यक्ष गुरमीत सिंह बराड़ का पक्ष
मामले संबंधी नगर पंचायत अध्यक्ष गुरमीत सिंह बराड़ का पक्ष है कि अकाली शासन में मुदकी के लोहाम रोड, कब्बरवच्छा रोड व मुख्य मार्ग के दोनों ओर सीवरेज हेतु 5.89 करोड़ रुपए मंजूर हो गए थे लेकिन उसी समय चुनाव आचार संहिता के लगने से कार्य रुक गया और अब जबकि प्रदेश में कांग्रेस का शासन है तो वह क्षेत्र के विधायक से भी इस संबंधी बात कर चुके हैं जिन्होंने आश्वासन दिया है कि वह राशि शीघ्र ही जारी करवाएंगे।