Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Feb, 2018 09:45 AM
पंजाब सरकार और माइनिंग विभाग की तरफ से रेत की निकासी के लिए हलके में गड्ढे निर्धारित किए जा रहे हैं परन्तु गांव सुखेरा बोदला में नियमों के उलट निर्धारित रेत गड्ढों की बजाय अणधिकारत गड्ढों से जेसीबी द्वारा रेत की निकासी की जा रही है।
जलालाबाद (सेतिया): पंजाब सरकार और माइनिंग विभाग की तरफ से रेत की निकासी के लिए हलके में गड्ढे निर्धारित किए जा रहे हैं परन्तु गांव सुखेरा बोदला में नियमों के उलट निर्धारित रेत गड्ढों की बजाय अणधिकारत गड्ढों से जेसीबी द्वारा रेत की निकासी की जा रही है।
जानकारी अनुसार गांव सुखेरा बोदला में माइनिंग विभाग की तरफ से दलजीत सिंह नामक व्यक्ति के नाम 4 एकड़ और जसविन्दर आदि के नाम 1एकड़ के गड्ढे निर्धारित किए गए हैं। परन्तु मौके और देखने और पता चला कि निर्धारित गड्ढों के इलावा दूसरे गैर कानूनी गड्ढों से जेसीबी के द्वारा रेत की माइनिंग की जा रही थी।
मौके पर मौजूद कुछ व्यक्तियों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि जो सरकार की तरफ से गड्ढे मंजूर किए गए उनमें रेत नहीं उठाई जा रही बल्कि दूसरी जमीन में रेत उठाई जा रही है और सरकार की हिदायतें किसी भी निर्धारित जगह से 10 -11 फुट से अधिक माइनिंग नहीं की जा सकती है लेकिन जलालाबाद के गांव सुखेरा बोदला में अणधिकारित गड्ढों से 30 से 40 फुट तक धरती के नीचे गहराई में रेत की निकासी की जा चुकी है। यह नहीं नाजायज माइनिंग के कारण सुखेरा बोदला से फत्तूवाला को जाने वाली लिंक सड़क भी साईडों से खस्ता होती जा रही है।
उधर यह भी पता लगा है कि लोग एसडीएम जलालाबाद को भी काफी शिकायतें दे चुके हैं और जिस के बाद एसडीएम की तरफ से मैनेजर जिला उद्योग और माइनिंग अफसर फिरोजपुर, डीएसपी जलालाबाद और गुरूहरसहाए तहसीलदार और नायब तहसीलदार को नाजायज रेत की माइनिंग सम्बंधी एक पत्र लिखा गया है। जिस में उनको नाजायज हो रही माइनिंग के खिलाफ कार्यवाही करने के आदेश जारी किये हुए हैं।
आखिऱ क्या है मामला? जीऐम को बार -बार काल करने पर नहीं उठाया जा रहा है फ़ोन उधर इस संबंधी जब जिला माइनिंग अधिकार गुरजंट सिंह के साथ फोन नंबर - 98553 -26163 पर बार =बार संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनकी तरफ से फ़ोन रिसीव करना जरूरी नहीं समझा गया। यह नहीं इस से पहले भी माइनिंग संबंधित जीएम की तरफ से कोई पुख्ता जवाब नहीं दिया जाता।
आखिरकार क्या जीऐम अपनी जि़म्मेदारी से भाग रहा है या मामला कुछ ओर है क्योंकि सरकार तंत्र में संबंधित जि़म्मेदारी को संभाल रहा है जीऐम यदि रेत की हो रही माइनिंग को किसी न किसी रूप में नजऱ अंदाज़ कर रहा है तो यह सरकार के आदेशों पर पत्थर लगाने में भी कसर नहीं छोड़ी जा रही है। यहां बताने योग्य है कि कुछ समय पहले इस जगह पर ही नजायंग माइनिंग को ले कर दो जिमींदारों खिलाफ पर्चे रजिस्टर्ड हो चुके हैं। फिर भी माइनिंग अधिकारी की तरफ से इस जगह पर हो रही माइनिंग खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
इस संबंधी जब एस.डी.एम. पिरथी सिंह के साथ इस संबंधी बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि उक्त गड्ढों संबंधी पहले भी कई बार लिखित में लोगों की तरफ से शिकायतें आईं हैं जिस के लिए जिला माइनिंग अफ़सर और डी.एस.पी. को पहले ही अपने दफ़्तर की तरफ से पत्र जारी कर चुका हूं और आज के मामले को देखते हुए उन्होंने तुरंत कार्यवाही करने के आदेश जारी किए हैं जो कि माइनिंग के नियमों का उल्लंघन करेगा। उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इस संबंधी जब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील कुमार जाखड़ के साथ बातचीत करने की कोशिश की गई तो पहले तो एक बार उनके निजी सचिव फोन उठाकर बात कराने की बात करवाने की बात कही लेकिन बाद में फोन नहीं उठाया गया।