Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 10:40 AM
किसानों को कर्जमुक्त करने का वायदा कर सत्ता में आई कांग्रेस ने इस वायदे को भुला दिया है। किसानों का कर्ज माफ तो क्या करना, उलटे उनकी बेची फसल का दाम भी नहीं दिया जा रहा है। कर्जा मुक्ति के नाम पर जो आधी-अधूरी सूची पेश करने का कांग्रेस दावा कर रही...
फाजिल्का(नागपाल): किसानों को कर्जमुक्त करने का वायदा कर सत्ता में आई कांग्रेस ने इस वायदे को भुला दिया है। किसानों का कर्ज माफ तो क्या करना, उलटे उनकी बेची फसल का दाम भी नहीं दिया जा रहा है। कर्जा मुक्ति के नाम पर जो आधी-अधूरी सूची पेश करने का कांग्रेस दावा कर रही है, उसमें योग्य पात्रों का नाम कहीं शामिल नहीं है, बल्कि अपने कुछ चहेते लोगों को शामिल कर वाहवाही लूटने का जुगाड़ कर रही है।
उक्त उद्गार व्यक्त करते हुए पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व फाजिल्का के पूर्व विधायक सुरजीत कुमार ज्याणी ने कहा कि गन्ना उत्पादक किसानों का सिर्फ फाजिल्का सहकारी चीनी मिल बोदीवाला पीथा की ओर लगभग 17 करोड़ रुपए बकाया है, जबकि कांग्रेस सरकार द्वारा किसान कर्ज माफी के लिए जो बजट रखा गया है, वह मात्र 61 करोड़ रुपए है। ऐसे में किसानों का कर्जा माफ कैसे होगा? इस पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह अपने ही रूझानों में इस कद्र उलझे हुए हैं कि उन्हें कर्ज के बोझ के तले दबकर दम तोड़ते छोटे किसान नजर नहीं आ रहे हैं।
उनके स्थान पर पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ अपने आपको किसानों का पैरोकार बता रहे हैं, जबकि जिस इलाके गुरदासपुर से सुनील जाखड़ ने लोकसभा का चुनाव लड़ा उस इलाके में चुनाव से पहले ही वोटों की राजनीति करते हुए गन्ना उत्पादक किसानों को भुगतान कर दिया था, लेकिन जिला फाजिल्का जिसके वह मूल निवासी हैं और वर्षों तक जिस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं उस इलाके को पूरी तरह से बिसार दिया। पूर्व मंत्री ज्याणी ने फाजिल्का के नए बने विधायक दविन्द्र घुबाया द्वारा गत दिनों दिए बयान कि अकाली-भाजपा ने 10 वर्ष तक पंजाब को लूटा है, पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह मत भूलें कि दविन्द्र घुबाया के पिता शेर सिंह घुबाया अभी भी अकाली दल के सांसद हैं और विधायक उनके घर में ही रह रहे हैं।