Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 10:35 AM
लोकसभा क्षेत्र फिरोजपुर से अकाली सांसद शेर सिंह घुबाया के करीबी समर्थक बलतेज सिंह बराड़ ने स्थानीय अनाज मंडी में हनी पुपनेजा के प्रतिष्ठान पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बीते दिनों शेर सिंह घुबाया द्वारा अपने निवास पर वर्कर्स मीटिंग रखी गई,...
जलालाबाद(सेतिया): लोकसभा क्षेत्र फिरोजपुर से अकाली सांसद शेर सिंह घुबाया के करीबी समर्थक बलतेज सिंह बराड़ ने स्थानीय अनाज मंडी में हनी पुपनेजा के प्रतिष्ठान पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बीते दिनों शेर सिंह घुबाया द्वारा अपने निवास पर वर्कर्स मीटिंग रखी गई, जो रैली का रूप धारण कर गई थी।
इस मीटिंग में शिअद जिला प्रधान अशोक अनेजा ने बौखलाहट में आकर सांसद के खिलाफ टिप्पणी की गई कि वह पार्टी के एहसान फरामोश हैं, जबकि अकाली दल के जिला प्रधान को अपने राजनीतिक करियर की तरफ ध्यान देना चाहिए, जिन्होंने पहले 2002 से 2007 तक कांग्रेस पार्टी की तरफ से शहर का नेतृत्व किया और अकाली-भाजपा वर्करों को दबाया लेकिन जब समय बदला तो उन्होंने पैसों के बल पर अकाली दल के बेड़े पर सवार होने में देर नहीं लगाई। बराड़ ने कहा कि 1997 से लेकर सांसद घुबाया 3 बार विधानसभा चुनाव जीते हैं और 2 बार लोकसभा चुनाव जीते हैं और यह सब समर्थकों का सहयोग व वफादारी का परिणाम है। उन्होंने कहा कि जलालाबाद क्षेत्र में 1997 से पहले अकाली दल का कोई भी नुमाइंदा जीत नहीं पाता था और हमेशा सी.पी.आई. व कांग्रेस का राज रहा है।
उन्होंने कहा कि शेर सिंह घुबाया का राजनीतिक रुतबा काफी ऊंचा है और दूसरी ओर अकाली दल के नवाजे गए जिलाध्यक्ष ने अगर अपने राजनीतिक करियर की पहचान करनी है तो पहले सांसद के मुकाबले तो क्या जलालाबाद के किसी भी वार्ड में कौंसलर का इस्तीफा दिला दें और फिर हमारे किसी भी वर्कर के साथ चुनाव लड़ कर देख लें तो उन्हें अपनी राजनीतिक पहचान का पता लग जाएगा। दूसरी ओर जब अकाली दल के जिलाध्यक्ष अशोक अनेजा के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि 1995 में लोकसभा हलका फिरोजपुर से अकाली उम्मीदवार जोरा सिंह मान चुनाव लड़े थे और 1997 में शेर सिंह घुबाया को हलका जलालाबाद से पार्टी द्वारा टिकट दी गई और उनकी जीत के बाद वह लगातार पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ते रहे। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के राजनीतिक करियर में पार्टी का अहम योगदान होता है और अगर वह अकाली दल के झंडे पर चुनाव जीतते आए हैं तथा कहीं न कहीं सांसद शेर सिंह घुबाया के राजनीतिक करियर में पार्टी का अहम योगदान है।