Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 05:04 PM
कई गांवों में सरपंचों द्वारा अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनी रहती हैं और जरूरतमंद लोग उन सुविधाओं से वंचित रहते हैं। ऐसा ही रवैया नजदीकी गांव सोहना सांदड़ में देखने को मिला है।
जलालाबाद/मंडी घुबाया(बंटी, कुलवंत): कई गांवों में सरपंचों द्वारा अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनी रहती हैं और जरूरतमंद लोग उन सुविधाओं से वंचित रहते हैं। ऐसा ही रवैया नजदीकी गांव सोहना सांदड़ में देखने को मिला है।
गांव सोहना सांदड़ के सोना सिंह हैडीकैप्ट ने उनके गांव के मौजूदा सरपंच के पति देसा सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार द्वारा पांच-पांच मरलों के प्लाट जरूरतमंदों को देने के लिए कहा गया था परन्तु सरपंच की ओर से अपने चहेतों को ही प्लाट काटकर दिए गए और जो जरूरतमंद हैं, उनमें से कई अभी तक उक्त प्लाट लेने से वंचित रह गए हैं।
उन्होंने बताया कि उनके गांव का एक परिवार जीत सिंह पुत्र सौदागर सिंह गांव के श्मशानघाट और निहाल सिंह पुत्र उजागर सिंह खुले आसमान नीचे रहने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि उनकी ओर से बी.डी.पी.ओ. के साथ इस संबंधी बातचीत भी की और अन्य कई दफ्तरों के चक्कर काटे हैं परन्तु उनके द्वारा कोई भरोसा नहीं दिया गया। इस संबंधी जब पत्रकारों ने गांव के सरपंच के पति देसा सिंह के साथ बात की तो उन्होंने अपना पक्ष बताते हुए कहा कि एक की अपनी जमीन भी है और इन दोनों के अपने कागजात पूरे न होने के कारण प्लाटों से वंचित रह गए हैं परन्तु उनको प्लाट जल्द ही दिए जाएंगे।