Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Mar, 2018 09:53 AM
आए दिन विवादों में रहने वाले सरकारी अस्पताल में जहां गत दिवस ही एक व्यक्ति ने अस्पताल के मनोरोग चिकित्सक व स्टाफ से दुव्र्यवहार किया, वहीं आज अस्पताल की आशा वर्करों ने अस्पताल के एक फार्मासिस्ट पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए जिला सिविल सर्जन व...
अबोहर(भारद्वाज, रहेजा): आए दिन विवादों में रहने वाले सरकारी अस्पताल में जहां गत दिवस ही एक व्यक्ति ने अस्पताल के मनोरोग चिकित्सक व स्टाफ से दुव्र्यवहार किया, वहीं आज अस्पताल की आशा वर्करों ने अस्पताल के एक फार्मासिस्ट पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए जिला सिविल सर्जन व प्रभारी की मौजूदगी में उसकी झाड़ू से जमकर धुनाई की। उधर अस्पताल प्रभारी ने जब उक्त फार्मासिस्ट का मैडीकल करवाने के आदेश दिए तो अस्पताल के आपातकालीन स्टाफ की लापरवाही से वह फार्मासिस्ट अस्पताल से भाग निकला।
आशा वर्कर कविता ने प्रभारी को शिकायत सौंपते हुए कहा कि टी.बी. वार्ड के फार्मासिस्ट अमरिन्द्र सिंह के पास आज जब वह किसी मरीज को लेकर गई तो उन्होंने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया, जिस पर उसने इस बात की सूचना अपनी अन्य साथियों किरण रानी व नीलम रानी को दी। उन्होंने अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में उक्त फार्मासिस्ट से इस अभद्रता के बारे में पूछा तो उनमें आपसी कहासुनी हो गई। कविता ने बताया कि उस समय फार्मासिस्ट कथित रूप से शराब के नशे में धुत्त था और कहासुनी के दौरान बात इतनी बढ़ गई कि उन्होंने झाड़ुओं से उक्त फार्मासिस्ट की पिटाई कर दी। आशा वर्करों ने प्रभारी से उक्त फार्मासिस्ट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
उधर आज अस्पताल में दौरे पर पहुंचे जिला सिविल सर्जन डा. सुरेन्द्र कुमार ने स्वयं इस घटना को अपनी आंखों से देखने के बाद उन्होंने प्रभारी को फार्मासिस्ट का मैडीकल करवाने के निर्देश दिए, जिस पर प्रभारी डा. ओम प्रकाश ने आपातकालीन में तैनात डा. लवली व अन्य स्टाफ को फार्मासिस्ट का यूरिन व ब्लड सैंपल लेने के आदेश दिए लेकिन आपातकालीन स्टाफ की लापरवाही के चलते उक्त फार्मासिस्ट अपनी ड्यूटी छोड़कर अस्पताल से भाग निकला। इस घटना को अस्पताल में मौजूद दर्जनों मरीजों ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। उधर इस घटना में अस्पताल प्रशासन द्वारा उक्त फार्मासिस्ट के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय उससे हुई मारपीट की आपातकाल के स्टाफ ने एम.एल.आर. काटकर पुलिस में आशा वर्करों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी, जिससे स्पष्ट होता है कि अस्पताल का स्टाफ उक्त फार्मासिस्ट को बचाने में जुटा हुआ है।