Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jan, 2018 10:59 AM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेशों पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बेटियों को पढ़ा-लिखा कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए लोगों को जागरूक करने हेतु समय-समय पर जागरूकता कैंप लगाए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद लोगों में अभी तक लड़कियों के...
अबोहर(भारद्वाज): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेशों पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बेटियों को पढ़ा-लिखा कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए लोगों को जागरूक करने हेतु समय-समय पर जागरूकता कैंप लगाए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद लोगों में अभी तक लड़कियों के प्रति रवैये में बदलाव नहीं आया है।
इसी के चलते बल्लुआना विधानसभा क्षेत्र के गांव घुडियाना निवासी एक व्यक्ति ने अपनी तीसरी बेटी होने पर उसको जहर देकर मारने का प्रयास किया, लेकिन समय रहते उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाए जाने पर डाक्टरों ने उसकी जान बचा ली। वहीं बच्ची की मां व उसके ननिहाल वालों ने उक्त व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।प्राप्त जानकारी के अनुसार घुडियाना निवासी कर्मजीत कौर ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी सुखविंदर कौर उर्फ प्रवीण की शादी मुक्तसर के गांव गुलाबेवाला निवासी जगसीर पुत्र हरबंस सिंह के साथ की थी। शादी के बाद उसने 2 पुत्रियों को जन्म दिया लेकिन दूसरी पुत्री होने के बाद ही उसके ससुराल वालों ने उसे अपनाने से इंकार कर दिया था, जिस पर उन्होंने अपनी दोहती को अपने पास रखकर उसका पालन-पोषण शुरू कर दिया। कर्मजीत कौर ने बताया कि पुत्र की चाह में एक बार फिर से उसकी बेटी गर्भवती हुई तो 31 दिसम्बर 2017 को उसके घर फिर से एक पुत्री ने जन्म लिया, जिसका जन्म भी सरकारी अस्पताल अबोहर में हुआ।
पुलिस थाने में दी पूरी रिपोर्ट
कर्मजीत कौर ने बताया कि नवजन्मी ब"ाी व उसकी मां सुखविंदर कौर प्रसव के बाद से उनके घर पर ही रह रही थी और उनका दामाद जगसीर भी उनके घर आकर रहने लगा। कर्मजीत कौर ने बताया कि गत रात्रि जब सुखविंदर कौर खाना खा रही थी तो बच्ची का पिता जगसीर उसे अपनी गोद में लेकर घर के आसपास घूमने लगा। कर्मजीत कौर ने जगसीर पर कथित आरोप लगाते हुए कहा कि ब"ाी को घुमाने के दौरान ही उसने कोई जहरीली वस्तु एक इंजैक्शन के माध्यम से उसके मुंह में डाल दी, जिसके कुछ देर बाद ही ब"ाी की हालत खराब हो गई। इसके बाद वह एक ड्रामा रचकर ब"ाी को इलाज के बहाने गांव के ही बाबाओं व हकीमों के पास झाड़ फूंक के लिए घुमाता रहा। उसने बताया कि इसी दौरान उन्हें घर में चारपाई के पास उक्त इंजैक्शन मिला और ब"ाी के कपड़ों से भी जहरीली वस्तु की दुर्गंध आने पर उन्होंने उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया जहां सरकारी अस्पताल के डाक्टरों ने उसकी ब"ाी को बचा लिया। सिविल अस्पताल के प्रभारी डा. ओम प्रकाश ने इस मामले को गंभीरता से देखते हुए खुद मौके पर पहुंकर ब"ाी का चैकअप किया। इस मामले की पूरी रिपोर्ट तैयार कर संबंधित पुलिस थाने में दी गई है।