Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Jan, 2018 05:11 PM
अंतर्राष्ट्रीय हिन्द-पाक सीमा पर बसे लाखों लोगों के लिए राहत भरी खबर है। जल्द ही अडानी ग्रुप 500 करोड़ रुपए की लागत से यहां इंडस्ट्री स्थापित करने जा रहा है और इसके लिए बाकायदा पहले चरण में फिरोजपुर-फरीदकोट रोड पर गांव वां में ग्रुप द्वारा करीब 75...
फिरोजपुर (मल्होत्रा, परमजीत): अंतर्राष्ट्रीय हिन्द-पाक सीमा पर बसे लाखों लोगों के लिए राहत भरी खबर है। जल्द ही अडानी ग्रुप 500 करोड़ रुपए की लागत से यहां इंडस्ट्री स्थापित करने जा रहा है और इसके लिए बाकायदा पहले चरण में फिरोजपुर-फरीदकोट रोड पर गांव वां में ग्रुप द्वारा करीब 75 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर एक राइस उद्योग को खरीदा गया है।
यह खुलासा शहरी विधायक परमिन्द्र सिंह पिंकी ने आज यहां करते हुए कहा कि पहले लोग अंतर्राष्ट्रीय हिन्द-पाक सीमा पर समय-समय पर पाकिस्तान के साथ होने वाले युद्ध को लेकर इंडस्ट्री लगाने से गुरेज करते थे और सरकार भी सरहदी जिलों की तरफ कोई खास ध्यान नहीं देती थी, लेकिन अडानी ग्रुप की पहल के चलते इंटरनैशनल बॉर्डर पर स्थित फिरोजपुर एवं आसपास बसे कस्बों के हजारों लोगों को रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे, वहीं देश व विदेश से भी यहां लोग चावल की खरीद-फरोख्त के लिए आएंगे, जिससे फिरोजपुर में व्यापार में बढ़ौतरी होगी। इंटरनैशनल स्तर की यह बन रही चावल इंडस्ट्री अपने आप में इस बात को लेकर अहमियत रखती है क्योंकि इसे अडानी ग्रुप द्वारा चलाया जाएगा।पिंकी ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने भी कहा है कि पंजाब के सीमावर्ती जिलों अमृतसर, गुरदासपुर, फिरोजपुर, तरनतारन, फाजिल्का में जो भी बड़े औद्योगिक घराने इंडस्ट्रियां स्थापित करेंगे, उन्हें विशेष रियायतें दी जाएंगी ताकि सीमावर्ती जिलों का पहल के तौर पर विकास हो सके।फिरोजपुर में कोई इंडस्ट्री न होने के कारण बेरोजगारी सिर चढ़ बोल रही है।
लोग जिला छोड़ देश के महानगरों या विदेशों में दौड़ रहे हैं। कामकाज न होने के कारण गरीब व मजदूर वर्ग भूखे मरने को मजबूर है। पंजाब सरकार की कोशिश है कि सीमावर्ती जिलों में बड़े घरानों के सहयोग से इंडस्ट्रीज स्थापित कर बेरोजगारी की समस्या कुछ हद तक हल की जाए ताकि दशकों से विकास से वंचित इन क्षेत्रों का बहुपक्षीय विकास हो सके। एडवोकेट गुलशन मोंगा ने कहा कि परमिन्द्र सिंह पिंकी पिछले काफी समय से निजी तौर पर अडानी ग्रुप के साथ फिरोजपुर जैसे सीमावर्ती क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने की मांग को लेकर मीटिंगें कर रहे थे और पिंकी के विशेष प्रयासों का ही परिणाम है कि अडानी ग्रुप इस बॉर्डर एरिया में अपना उद्योग स्थापित करने जा रहा है।