Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Feb, 2018 01:44 PM
एक तरफ पंजाब सरकार लोगों को बिजली बचाने के लिए एल.ई.डी. बल्ब सस्ते दामों पर बांट रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकारी विभागों के बाबू दफ्तरों में चलाते हैं हाई वोल्टेज हीटर जिसके कारण उक्त विभागों के बड़े-बड़े बिल आते हैं और उनका करोड़ों का बकाया विभागों...
फिरोजपुर(मनदीप): एक तरफ पंजाब सरकार लोगों को बिजली बचाने के लिए एल.ई.डी. बल्ब सस्ते दामों पर बांट रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकारी विभागों के बाबू दफ्तरों में चलाते हैं हाई वोल्टेज हीटर जिसके कारण उक्त विभागों के बड़े-बड़े बिल आते हैं और उनका करोड़ों का बकाया विभागों की तरफ खड़ा है।
यहां यह बात बताने योग्य है कि आम इंसान का बिजली का बिल कुछ देर लेट होने पर मीटर काट दिया जाता है, मगर सरकारी विभागों के लंबे समय से लंबित पड़े बिजली के बिल सरकार को नजर नहीं आते हैं और उनके मीटर भी लंबे समय तक नहीं काटे जाते हैं।
यहां यह बात भी वर्णनीय है कि पंजाब सरकार बिजली बचाने की बड़ी-बड़ी बातें करती है और बिजली विभाग का खजाना भरने के दावे करते है जिसके चलते सरकार किसानों के ट्यूबवैलों पर मीटर लगाने लगाने की भी बातें करती नजर आती है लेकिन सरकार के खुद के दीये तले अंधेरा है और विभिन्न सरकारी विभाग खुद बिजली बिलों के मामले में करोड़ों रुपए के डिफाल्टर हैं। अगर यहां जिला फिरोजपुर की बात की जाए तो डी.सी. कार्यालय, बी.डी.ओ. कार्यालय, पुलिस कार्यालय, पंचायती राज, सीवरेज बोर्ड, पब्लिक हैल्थ, नगर कौंसिल, लोक निर्माण विभाग, शिक्षा विभाग, सरकारी स्कूल और कई अन्या दफ्तरों के करीब 23 करोड़ 57 लाख से अधिक बिजली बिल लंबे समय से पैडिंग पड़े हैं।