182.56 करोड़ रुपए की वाटर सप्लाई व सीवरेज योजना को लगा ग्रहण

Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Feb, 2018 11:49 AM

water supply and sewerage plan

वित्तीय संकट के साथ जूझ रही कौंसिल के पास पैसा न होने के कारण केंद्र सरकार की तरफ से श्री मुक्तसर साहिब के विकास के लिए मंजूर की करोड़ों रुपए की अमरुत योजना को ग्रहण लग गया है। इस योजना अधीन केंद्र सरकार द्वारा कुल राशि का 50 प्रतिशत, पंजाब सरकार...

श्री मुक्तसर साहिब  (तनेजा, दर्दी): वित्तीय संकट के साथ जूझ रही कौंसिल के पास पैसा न होने के कारण केंद्र सरकार की तरफ से श्री मुक्तसर साहिब के विकास के लिए मंजूर की करोड़ों रुपए की अमरुत योजना को ग्रहण लग गया है। इस योजना अधीन केंद्र सरकार द्वारा कुल राशि का 50 प्रतिशत, पंजाब सरकार द्वारा 30 प्रतिशत व नगर कौंसिल श्री मुक्तसर साहिब द्वारा 20 प्रतिशत हिस्सा देना बनता था।

इस समय कौंसिल के पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी पैसे नहीं हैं। सफाई का भी बहुत बुरा हाल है। कौंसिल के पास पैसों की कमी होने के कारण कच्चे सफाई सेवक रखने के लिए भी ठेकेदार ने इंकार कर दिया है। शहर में ट्रैफिक जाम व बेसहारा पशुओं की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं है। कौंसिल व पंजाब सरकार के पास विकास कार्यों के लिए पैसा न होने के कारण केंद्र सरकार ने भी इस योजना के अंतर्गत अपने हिस्से की राशि से हाथ खींच लिया है। 

इस योजना अधीन वाटर सप्लाई व सीवरेज व्यवस्था के लिए श्री मुक्तसर साहिब में 182.56 करोड़ रुपए खर्च होने थे। शहर को पीने वाला पानी 24 घंटे सप्लाई करने के लिए सरहिन्द कैनाल से वाटर वर्क्सके स्टोरेज टैंक पाइपें जिसकी लंबाई 9.1 किलोमीटर होगी, 3 ओवर हैड और शहर में 64 किलोमीटर पानी की डिस्ट्रीब्यूशन व्यवस्था के लिए 53.96 करोड़ रुपए, सीवरेज व्यवस्था की पुरानी लाइनों की मुरम्मत, नई गलियों व नया सीवरेज डालने के लिए 57.48 करोड़ रुपए, नया ट्रीटमैंट प्लांट 10 एम.एल.डी., नई पंपिंग मशीनरी व ट्रांसफार्मर आदि पर 13.76 करोड़ रुपए, वाटर वर्क्सव सीवरेज के 10 वर्ष की देखभाल के लिए 6 करोड़ रुपए प्रति वर्ष के अतिरिक्त सड़कों आदि के पुननिर्माण के लिए 15.93 करोड़ रुपए खर्च होने थे।

चुने हुए नुमाइंदे अपना फर्ज निभाने को तैयार नहीं 
वर्ष 2008 के बाद वाटर वर्क्स की 7 डिग्गियों में से केवल एक डिग्गी की ही सफाई की गई है। सीवरेज सिस्टम की जिम्मेदारी नगर कौंसिलों की होती है परंतु श्री मुक्तसर साहिब की नगर कौंसिल का अंदाज ही निराला है। चुने हुए नुमाइंदे पानी व सीवरेज के कार्य के लिए अपना फर्ज निभाने के लिए तैयार नहीं हैं।

नैशनल कंज्यूमर अवेयरनैस ग्रुप (रजि.) के जिलाध्यक्ष शाम लाल गोयल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बलदेव सिंह बेदी, उपाध्यक्ष भंवर लाल शर्मा, सचिव सुदर्शन कुमार सिडाना, संगठन सचिव गोबिन्द सिंह दाबड़ा, प्रैस सचिव काला बेदी व वित्तीय सचिव सुभाष कुमार की तरफ से नगर कौंसिल के अध्यक्ष व कौंसलरों को अपील की है कि वह वाटर सप्लाई तथा सीवरेज व्यवस्था को ठीक करने के लिए अपना कत्र्तव्य निभाने का कष्ट करें। 

घरों को बंद है पानी की सप्लाई
इस संबंध में एक्सियन वाटर सप्लाई व सैनीटेशन मंडल डिवीजन नंबर-2 श्री मुक्तसर साहिब ने  11 नवम्बर 2016 को टैंडर काल किए थे परंतु राशि न आने के कारण इन्हें कैंसिल करना पड़ा। केंद्र सरकार की अमरुत योजना के अंतर्गत 182.56 करोड़ रुपए में से पंजाब सरकार व नगर कौंसिल के हिस्से 91.28 करोड रुपए आते हैं। नगर कौंसिल व पंजाब सरकार की वित्तीय स्थिति जग जाहिर है।

इन दोनों की तरफ से अपने हिस्से के पैसों का जुगाड़ न करने के कारण श्री मुक्तसर साहिब शहर के वाटर सप्लाई व सीवरेज व्यवस्था के ठप्प होने का खतरा बना रहेगा। वाटर सप्लाई व सैनीटेशन विभाग ने शहर को वाटर सप्लाई के लिए मुख्य वाटर वर्क्सकोटकपूरा रोड, टिब्बी साहिब रोड व गांव चक्क बीड़ सरकार (ग्रामीण) सहित तीन वाटर वक्र्सों में बंटा हुआ है जहां कुल 7 स्टोरेज टैंक हैं जिनमें सिल्ट ज्यादा जबकि पानी न के बराबर है तथा घरों को पानी की सप्लाई बंद कर दी गई है।  

 
 

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