Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Feb, 2018 10:22 AM
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने अपने चुनाव मैनीफैस्टो में लोगों को बहुत सपने दिखाए थे कि सरकार आने पर गरीबों का जीवन स्तर ऊंचा उठाया जाएगा परंतु जब कांगे्रस सत्ता पर काबिज हो गई तो अपने सभी वायदे भूल गई व गरीबों को मिलने वाली...
श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने अपने चुनाव मैनीफैस्टो में लोगों को बहुत सपने दिखाए थे कि सरकार आने पर गरीबों का जीवन स्तर ऊंचा उठाया जाएगा परंतु जब कांगे्रस सत्ता पर काबिज हो गई तो अपने सभी वायदे भूल गई व गरीबों को मिलने वाली सुविधाओं को बंद कर दिया। इसकी मिसाल जिला श्री मुक्तसर साहिब में उस समय देखने को मिली, जब जिले के 1107 दिव्यांगों की सरकार ने पैंशनें ही काट दी।
जानकारी के अनुसार उक्त जिले में पहले 5128 दिव्यांगों को पैंशन की राशि मिलती थी जबकि अब यह संख्या 4021 रह गई है। जिन दिव्यांग व्यक्तियों की पैंशनें काटी गई है, वे कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं परन्तु अधिकारी उन्हें आय अधिक होने का हवाला देकर टरका देते हैं।
जिले के 58,118 व्यक्तियों को मिलती है पैंशन
जिला श्री मुक्तसर साहिब के 4 विधानसभा क्षेत्रों में पड़ते 3 शहरों श्री मुक्तसर साहिब, मलोट व गिद्दड़बाहा के अतिरिक्त कुल 241 गांवों में इस समय 58,118 व्यक्तियों को बुढ़ापा, विधवा, दिव्यांग व आश्रित बज्जों को पैंशन मिल रही है। ब्लॉक श्री मुक्तसर साहिब में 17,726 व्यक्तियों को, ब्लॉक मलोट में 15,026 व्यक्तियों को, ब्लॉक गिद्दड़बाहा में 14,479 व्यक्तियों को व ब्लॉक लंबी में 10,887 व्यक्तियों को पैंशन की रकम मिलती है।
क्या कहना है यूनियन का
दिव्यांग वैल्फेयर सोसायटी के जिलाध्यक्ष कुलवीर सिंह व वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरजीत सिंह रहूडिय़ांवाली ने सरकार से मांग की है कि काटी पैंशनों को तुरंत बहाल किया जाए व उन्हें गत सभी माह का बकाया शीघ्र मुहैया करवाया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार दिव्यांग व्यक्तियों को कोई सुविधा नहीं दे रही।
सामाजिक सुरक्षा विभाग का भी निकला दीवाला
सामाजिक सुरक्षा विभाग पंजाब जो सरकार की योजनाओं को गरीबों तक पहुंचाता है, का भी दीवाला निकाला चुका है क्योंकि जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी श्री मुक्तसर साहिब का पद गत करीब 4-5 वर्षों से खाली पड़ा है। कभी इसका चार्ज जिला कार्यक्रम अधिकारी को दे दिया जाता है तो कभी सी.डी.पी.ओ. को जिम्मेदारी सौंप दी जाती है। इस समय तो उक्त कार्यालय में कोई अधिकारी है ही नहीं, जिसके चलते जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी की कुर्सी खाली पड़ी थी।
अकेले दिसम्बर माह की पैंशन रिलीज हुई
जब जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी कार्यालय में जाकर जूनियर सहायक बलजिंद्र सिंह थांदेवाला व यादविंद्र सिंह से पैंशनों की बकाया राशि के बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि अब पंजाब सरकार ने सिर्फ दिसम्बर 2017 माह की ही 4 करोड़ 35 लाख 88 हजार 500 रुपए की राशि जारी की है जबकि मई 2017 से लेकर जनवरी 2018 व फरवरी माह के पैसे नहीं भेजे गए। उन्होंने कहा कि जब पंजाब सरकार बाकी पैसे भेज देगी तो वह लाभपात्रियों के खातों में डाल देंगे।
सरकार की तरफ है 1 करोड़ 96 लाख 49 हजार रुपए बकाया
जानकारी के अनुसार जिला श्री मुक्तसर साहिब के 58,118 लाभाॢथयों का पंजाब सरकार की तरफ 31 करोड़ 96 लाख 49 हजार रुपए बकाया है। मई व जून माह में पैंशन जब 500 रुपए माह मिलती थी, का बकाया 5 करोड़ 81 लाख 18 हजार रुपए है, जबकि जुलाई से जब पैंशन की रकम 750 रुपए हो गई, का अब तक का बकाया 26 करोड़ 15 लाख 31 हजार रुपए है।
सरकार ने गरीबों के सिर पर रखी तलवार
उल्लेखनीय है कि अकाली-भाजपा सरकार के समय पंजाब में लगभग 20 लाख लोगों को बुढ़ापा, विधवा व अंगहीन पैंशनें मिलती थी। परंतु कांग्रेस सरकार ने पैंशनों की पड़ताल के नाम पर राज्य में करीब 4 लाख लोगों की पैंशनों को काट दिया। जिस कारण गरीब लोग परेशान हो रहे है परंतु उनकी बात सुनने वाला कोई नहीं है।